Bihar politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार को सता रही तेज प्रताप यादव की चिंता! कहा-' अपने अधिकार के लिए पार्टी में करना पड़ेगा युद्ध'
Bihar politics:बिहार सरकार के मंत्री जीवेश कुमार ने तेज प्रताप यादव को राष्ट्रीय जनता दल का असली वारिस बताया। उन्होंने कहा कि तेज प्रताप को अपने अधिकार के लिए पार्टी में युद्ध करना पड़ेगा।

Bihar politics: बिहार की राजनीति में एक बार फिर राजद (RJD) के उत्तराधिकारी को लेकर बहस तेज हो गई है। इस बार यह मुद्दा किसी आरजेडी नेता ने नहीं, बल्कि बिहार सरकार के मंत्री जीवेश कुमार ने उठाया है। हाजीपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि राजद का असली वारिस तेज प्रताप यादव हैं। लालू परिवार ने उनके साथ धोखा किया है। वह सक्षम नेतृत्व वाले व्यक्ति हैं, लेकिन उन्हें हाशिए पर रखा गया है।
राजनीतिक वारिस की बहस: कौन है असली उत्तराधिकारी?
जीवेश कुमार ने कहा कि राजा-महाराजा के ज़माने से उत्तराधिकारी बड़े बेटे को बनाया जाता था। तेज प्रताप यादव लालू यादव के बड़े बेटे हैं, उन्हें ही युवराज बनाना चाहिए था। उन्होंने तेजस्वी यादव के नेतृत्व को अप्रत्यक्ष रूप से चुनौती दी। दावा किया कि तेज प्रताप जल्द ही पार्टी में अधिकार की लड़ाई लड़ सकते हैं
दिनकर की पंक्तियों से तुलना
जीवेश कुमार ने रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की पंक्तियों का उद्धरण देते हुए तेज प्रताप की तुलना महाभारत के युद्ध से की अधिकार खोकर बैठ रहना, यह महा दुष्कर्म है। न्यायार्थ अपने बंधु को भी दंड देना धर्म है। उन्होंने कहा कि तेज प्रताप को पांडवों की तरह अपने अधिकार के लिए युद्ध करना होगा, भले ही वह युद्ध घर के भीतर ही क्यों न हो।
तेज प्रताप बनाम तेजस्वी: राजद में अंतर्विरोध?
राजद की राजनीति में वर्षों से यह चर्चा चल रही है कि तेजस्वी यादव को लालू यादव ने राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किया जबकि तेज प्रताप को अक्सर दूसरे पंक्ति में रखा गया। तेज प्रताप ने कई बार सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने पार्टी के कुछ नेताओं और फैसलों पर सवाल उठाए हैं। अब जीवेश कुमार का यह बयान तेज प्रताप की महत्वाकांक्षाओं को नई हवा देता है और राजद के भीतर संभावित संघर्ष के संकेत भी।