Bihar politics: बिहार की राजनीति में सियासी हलचल तेज! मुकेश सहनी ने चुनाव के पहले कर दिया बड़ा ऐलान! डिप्टी सीएम की कुर्सी पर ठोका दावा

Bihar politics: बिहार में मुकेश सहनी ने बड़ा सियासी एलान किया—महागठबंधन की सरकार बनने पर तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री और वे खुद उपमुख्यमंत्री बनेंगे। जानें इस बयान का राजनीतिक असर।

Bihar politics: बिहार की राजनीति में सियासी हलचल तेज! मुकेश
Bihar politics- फोटो : social media

Bihar politics: बिहार की राजनीति में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने स्पष्ट शब्दों में एलान किया है कि अगर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनती है, तो तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री और वे उपमुख्यमंत्री होंगे।

यह एलान उन्होंने चंडी में आयोजित 'सरकार बनाओ, अधिकार पाओ' कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में किया। इस कार्यक्रम के दौरान मुकेश सहनी ने न केवल अपने राजनीतिक इरादे स्पष्ट किए, बल्कि भाजपा पर भी तेज हमला बोला।उन्होंने कहा कि जब वे सरकार में रहकर अच्छा काम कर रहे थे, तब भाजपा ने साजिश रचकर उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया। भाजपा ने उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन वे झुके नहीं। अब वे जनता की ताकत से दोबारा सत्ता में लौटने का दावा कर रहे हैं।

क्या तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी में हो गया पैचअप?

राजनीतिक गलियारों में काफी समय से चर्चा थी कि मुकेश सहनी महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर असंतुष्ट हैं। लेकिन अब उनके हालिया बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि तेजस्वी यादव से उनका राजनीतिक तालमेल फिर से मजबूत हो गया है।

Nsmch

उन्होंने कहा, “महागठबंधन ही हमारा घर है। भाजपा ने गठबंधन की पेशकश की थी लेकिन हमने मना कर दिया।” मुकेश सहनी ने यह भी स्वीकार किया कि निजी रिश्ते और राजनीतिक जमीन अलग होते हैं, लेकिन महागठबंधन के साथ उनका विचारात्मक मेल सबसे ज्यादा है।तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी की जोड़ी ने अतीत में भी कई चुनावी समीकरणों को बदला है। इस साझेदारी की मजबूती अब बिहार में भाजपा के लिए नई चुनौती बनकर उभर रही है।

भाजपा पर खुला हमला: 'अब कोई सियासी दोस्ती नहीं'

मुकेश सहनी ने साफ शब्दों में कहा कि अब भाजपा से किसी भी प्रकार की सियासी दोस्ती की संभावना समाप्त हो चुकी है। उनका कहना है कि भाजपा झूठ और भ्रम फैलाकर महागठबंधन को तोड़ना चाहती है, लेकिन तेजस्वी यादव और उनकी जोड़ी को कोई नहीं तोड़ सकता।

उन्होंने यह भी कहा कि उनका मकसद समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों को आरक्षण दिलाना है। वे उसी पार्टी का समर्थन करेंगे जो उन्हें ये अधिकार दिलाएगी। ये बयान निषाद समाज और पिछड़ा वर्ग के बीच उनकी पकड़ को मजबूत करने का प्रयास भी है।

बिहार की राजनीति में बदलाव की आहट

यह घोषणा ऐसे समय आई है जब बिहार की राजनीति फिर से नए समीकरणों की तलाश में है। नीतीश कुमार का NDA में दोबारा शामिल होना, विपक्ष में हलचल और अब मुकेश सहनी का एलान, यह सब आने वाले विधानसभा चुनाव 2025 को बेहद दिलचस्प बना रहे हैं। कार्यक्रम में VIP के जिला अध्यक्ष सत्येंद्र बिंद ने भी कहा कि इस बार पार्टी बिहार की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाएगी। जनता अब विकास और अधिकार चाहती है, और वीआईपी यही मुद्दे लेकर चुनावी मैदान में उतरेगी।

क्या महागठबंधन में सहनी-तेजस्वी की जोड़ी बनेगी गेमचेंजर?

बिहार में यह एलान निश्चित रूप से सियासी तापमान को बढ़ाने वाला है। अगर महागठबंधन का ये फॉर्मूला आगे बढ़ता है, तो यह भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। मुकेश सहनी का निषाद वोट बैंक और तेजस्वी यादव की युवा छवि इस गठजोड़ को चुनावी जीत का मजबूत आधार दे सकती है।अब देखना होगा कि यह साझेदारी वास्तविक रणनीति में कितनी प्रभावी साबित होती है और भाजपा इसका जवाब किस रणनीति से देती है।