सिपाही भर्ती परीक्षा के 24 घंटे पहले पहले EOU का बड़ा एक्शन; BPSC पेपर लीक का वांटेड माफिया गिरफ्तार
बीपीएससी पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बड़ी कार्रवाई की है। कुख्यात 'संजीव मुखिया गिरोह' के सक्रिय सदस्य और BPSC शिक्षक भर्ती पेपर लीक के वांटेड आरोपी को गिरफ्तार किया है.
Patna : बिहार में आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं को कदाचार मुक्त बनाने के लिए आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। राज्य में 10 दिसंबर 2025 को होने वाली चालक सिपाही भर्ती परीक्षा और 14 दिसंबर 2025 को होने वाली प्रवर्तन अवर निरीक्षक परीक्षा से ठीक पहले EOU की विशेष टीम ने कुख्यात परीक्षा माफिया संजय कुमार प्रभात को गिरफ्तार कर लिया है । शेखपुरा जिले के शेखोपुर सराय का रहने वाला संजय कुमार प्रभात कुख्यात 'संजीव मुखिया गिरोह' का सक्रिय सदस्य है । उसे गुप्त सूचना के आधार पर 8 दिसंबर 2025 को पटना के गोला रोड से गिरफ्तार किया गया और 9 दिसंबर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया ।
संजय कुमार प्रभात मुख्य रूप से 15 मार्च 2024 को आयोजित BPSC TRE 3.0 परीक्षा के पेपर लीक मामले (काण्ड सं0-06/2024) में वांछित था । पुलिस पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि उसने BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक कराकर काफी धन अर्जित किया था । उसने अभ्यर्थियों को लीक प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने के लिए बिचौलिए के रूप में काम किया और प्रत्येक अभ्यर्थी से कमीशन के तौर पर लगभग एक लाख रुपये वसूले थे ।
आरोपी का आपराधिक इतिहास काफी पुराना और अंतरराज्यीय स्तर का है। वह वर्ष 2016 में तेलंगाना स्टेट इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर एवं मेडिकल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (TSEAMCET) और 2016 में ही उत्तराखंड के हल्द्वानी में ऑल इंडिया प्री-मेडिकल टेस्ट (AIPMT) के पेपर लीक कांडों में भी अभियुक्त है । EOU को जानकारी मिली थी कि वह आगामी परीक्षाओं में भी 'सेटिंग' करने की फिराक में था और कई अभ्यर्थियों से एडमिट कार्ड (Admit Card) जमा कर उन्हें पास कराने का आश्वासन दे रहा था ।
फिलहाल पुलिस आरोपी के पैसों के लेनदेन (मनी ट्रेल) और संपर्कों की गहनता से जांच कर रही है । गौरतलब है कि BPSC TRE 3.0 पेपर लीक कांड में EOU द्वारा अब तक कुल 289 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है और गिरोह के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी अभियान जारी है ।
Report - anil kumar