जदयू -लोजपा में बढ़ा घमासान ! चुनाव के पहले ही नीतीश की पार्टी ने किया ऐलान, अभिमन्यु की तरह फंस जाएंगे चिराग
नीतीश सरकार पर लगातार हमलावर रह रहे चिराग पासवान को लेकर जदयू की ओर से नसीहत दी गई है. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने चिराग की स्थिति अभिमन्यु की तरह चक्रव्यूह में फंसने वाले योद्धा से की है.

Bihar News : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले एनडीए के घटक दलों में घमासान तेज है. खासकर चिराग पासवान को लेकर एनडीए के घटक दलों में तीखी बयानबाजी का दौर जारी है. इसमें अब जदयू की ओर से चिराग को निशाने पर लिया गया है. दरअसल, बिहार में कानून व्यवस्था पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के सवाल उठाने और उनके जीजा अरुण भारती द्वारा 'अभिमन्यु' वाली टिप्पणी के बाद जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने मंगलवार को बिना चिराग का नाम लिए उन्हें एक तल्ख नसीहत दे दी.
अरुण भारती ने एक दिन पहले अपने सोशल मीडिया पर लिखा था - 'महाभारत के 4 प्रमुख पात्र जिन्होंने समय का मान नहीं रखा :- 1. पितामह भीष्म, 2. महाराज धृतराष्ट्र, 3. महारानी गांधारी, 4. महाराज शकुनि. (नहीं, सभी का सम्मान है। बात सिर्फ समय की है।) जब सब मौन रहे, तब अभिमन्यु — जिसमें अनुभव की कमी थी — चक्रव्यूह में कूदा। क्योंकि समय का मान रखने के लिए अनुभव नहीं, नव-संकल्प चाहिए।' अरुण भारती के इस पोस्ट में उनका इशारा चिराग पासवान को अभिमन्यु बताने का था. साथ ही बिहार के नव संकल्प के रूप में वे चिराग पासवान की ओर इशारा कर रहे थे.
अब लोजपा (रामविलास) को उसी भाषा में जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने जवाब दिया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा - 'अभिमन्यु बनना आसान है, अर्जुन बनना पड़ता है सीखने के लिए। भूलना नहीं चाहिए — अभिमन्यु सिर्फ प्रवेश करता है, वीरगति भी पाता है। इतिहास में नाम जिद से नहीं, कार्य से लिखा जाता है।जो हर बार द्वार तक पहुंचते हैं, वे योद्धा नहीं, द्वारपाल बन जाते हैं।' नीरज ने इशारों में चिराग को जिद्दी बताते हुए सुझाव दिया है कि ऐसे लोग द्वारपाल बनकर सिमट जाते हैं.
चिराग पासवान ने उठाया सवाल
हाल के दिनों में बिहार में हुई कुछ आपराधिक वारदतों पर चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर बड़ा सवाल उठाया था. चिराग ने कहा था 'बिहारी अब और कितनी हत्याओं की भेंट चढ़ेंगे ? समझ से परे है कि बिहार पुलिस की जिम्मेदारी क्या है?' इतना ही नहीं बिहार के विकास के मापदंड पर पिछड़ा होने को लेकर भी बिना सीएम नीतीश का नाम लिए चिराग ने कहा था 'हमारा बिहार राजनीतिक कारणों से धीरे-धीरे पिछड़ता गया। हम लोग नालंदा यूनिवर्सिटी पर तब गर्व करते थे, जब शिक्षा के महत्व को विश्व नहीं पहचानता था। लेकिन आज मुझे बहुत दुख होता है कि शिक्षा के लिए हमारे बच्चों को बिहार से बाहर जाना पड़ता है। जबकि वहां शिक्षा जुड़े सारे काम बिहारी ही कर रहे होते हैं। हम बिहार के जिलों को एजुकेशनल हब क्यों नहीं बना सकते? पर्यटन में भी हमारे पास बहुत अवसर है। गयाजी में विश्व भर के पर्यटक आते हैं। उसे हम वर्ल्ड क्लास सिटी के रूप में विकसित कर सकते हैं। मैं चाहता हूं कि अयोध्या से सीतामढ़ी तक एक ऐसे कॉरिडोर का निर्माण हो कि प्रभु राम का दर्शन करने आया हर इंसान माता सीता का भी दर्शन करने आए।'
नीतीश से पूछा सवाल
इसके पहले 7 जुलाई को भी चिराग ने कहा था - ' नालंदा के बिहारशरीफ में अपराधियों द्वारा 16 वर्षीय हिमांशु पासवान एवं 20 वर्षीय अनु कुमार की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई। ये घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। यह जघन्य घटना न केवल मानवता को झकझोरती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि बिहार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। प्रदेश ने अपराध चरम पर है , प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी के गृह जिले में अपराधियों द्वारा ऐसी घटना को अंजाम देना ये स्पष्ट दर्शाता है कि अपराधियों का मनोबल चरम पर है। स्थानीय प्रशासन से दूरभाष के माध्यम से मेरी बात हुई है , अपराधियों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई हेतु निर्देशित भी किया।
अब नीरज का पलटवार
चिराग पासवान और अरुण भारती के हालिया बयानों पर अब नीरज कुमार ने पलटवार किया है. माना जा रहा है कि जदयू का शीर्ष नेतृत्व भी लोजपा (रा) नेताओं के हाल के दिनों में नीतीश सरकार पर उठाये सवालों से असहज है. इसलिए नीरज कुमार ने अब नसीहत देते हुए चिराग का नाम लिए बिना उनकी स्थिति अभिमन्यु की तरह चक्रव्यूह में फंसकर खत्म होने वाले योद्धा से की है. गौरतलब है कि वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में भी चिराग पासवान ने जदयू उम्मीदवारों के खिलाफ प्रत्याशी उतारा था जिससे नीतीश कुमार को बड़ा झटका लगा था.