Bihar News: पटना में घर में घुसकर अपराधियों ने पिता-पुत्र का किया अपहरण, बेटे की निर्मम हत्या, पिता लापता, इलाके में तनाव

Bihar News: राजधानी पटना में बेखौफ अपराधियों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया है। अपराधियों ने घर में घुसकर पिता-पुत्र का पहले अपहरण किया फिर बेटे की हत्या कर शव फेंक दिया।

अपराधियों का तांडव
पिता पुत्र का अपहरण- फोटो : social media

Bihar News: बिहार में अपराधिक घटनाएं चरम पर है। अपराधी एक के बाद एक आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। वहीं पुलिस इन अपराधियों को पकड़ने के लिए तमाम कोशिश कर रही है। इसी बीच एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आ रही है। जहां अपराधियों ने देर रात घर में घुसकर पिता पुत्र का अपहरण कर लिया। जिसके बाद बेटे की निर्मम हत्या कर उसके शव को फेंक दिया। वहीं पिता अब भी लापता हैं। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया।

पिता पुत्र का अपहरण 

दरअसल, पटना जिले के धनरूआ थाना क्षेत्र के जौदीचक गांव में रविवार देर रात हथियारबंद बदमाशों ने घर में घुसकर पिता-पुत्र का अपहरण कर लिया। पुलिस के अनुसार, आठ से दस की संख्या में पहुंचे हमलावर लाठी-डंडे और धारदार हथियारों से लैस थे। अपहरण के बाद आरोपियों ने बेटे दीपक को बेरहमी से पीटा, धारदार हथियार से हमला किया और हाथ बांधकर उफनती दरधा नदी में फेंक दिया। सोमवार को उसका शव रामनगर गांव के पास नदी किनारे झाड़ियों में मिला, जबकि पिता राजेंद्र का अब तक कोई सुराग नहीं है।

200 पुलिस कर्मी तैनात 

पुलिस का मानना है कि वारदात बदले की भावना से की गई। रविवार दिन में इसी गांव के राहुल को गोली मारकर घायल किया गया था। जिसका प्रतिशोध लेने के लिए यह घटना अंजाम दी गई। शव मिलने के बाद गांव में तनाव फैल गया। जिसके बाद कई अफसर और करीब 200 पुलिसकर्मी मौके पर तैनात कर दिए गए।

पांच घंटे जाम और आगजनी

दीपक का शव मिलने पर ग्रामीण उग्र हो गए और पटना-गया मुख्य मार्ग पर देवकुली गांव के पास सड़क जाम कर दी। इस दौरान आगजनी और नारेबाजी भी हुई। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि जब तक राजेंद्र का पता नहीं चलेगा, न जाम हटेगा, न शव उठाने देंगे। पुलिस के समझाने के बाद जाम समाप्त हुआ।

पुलिस पर लापरवाही का आरोप

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अपहरण की सूचना मिलने के बावजूद धनरूआ थानेदार शुभेंदु कुमार ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। कई बार छापेमारी की मांग के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई, जिससे दोनों की जान बचाई जा सकती थी।

देसी शराब कारोबार में रंजिश

गांव में पिछले पांच वर्षों से देसी शराब की चुलाई और बिक्री को लेकर दो गुटों में विवाद चल रहा है। इसी दुश्मनी में कई बार खूनी घटनाएं हो चुकी हैं। दिसंबर 2024 में धर्मवीर की हत्या हुई थी, रविवार को राहुल पर हमला हुआ और सोमवार को दीपक की हत्या कर दी गई। दूर-दराज होने के कारण गांव में पुलिस की नियमित पहुंच भी मुश्किल है।