Prostitution Racket: लड़की से 200 दरिंदों ने किया बलात्कार, घर से भागी और गंदे खेल में फंसी
Prostitution Racket: पिछले तीन महीनों में 200 से अधिक हैवानों ने उसके साथ एक फ्लैट में जबरन जिस्मानी रिश्ता कायम किया

Prostitution Racket:अपराध की दुनिया में एक और दिल दहला देने वाला खुलासा सामने आया है। एक बांग्लादेशी नाबालिग को वेश्यावृत्ति के दलदल से आजाद कराया गया है। इस नाबालिग ने अपनी आपबीती सुनाकर सबको चौंका दिया है। उसने बताया कि पिछले तीन महीनों में 200 से अधिक हैवानों ने उसके साथ एक फ्लैट में जबरन जिस्मानी रिश्ता कायम किया।नाबालिग के परिवारवालों से पूछताछ में पता चला है कि वह पढ़ाई में कमजोर थी और एक विषय में फेल होने की वजह से अपने माता-पिता के खौफ में थी। इस डर का फायदा उठाकर उसकी एक जानकार महिला उसे बहला-फुसलाकर भारत ले आई। उसने मासूम को यौन व्यापार के अंधेरे कुएं में धकेल दिया, जहां से उसके रूह कंपा देने वाले सफर की शुरुआत हुई। गुनाहगारों ने उसे गरम चम्मच से दागने की अमानवीय सजा भी दी।
मीरा-भायंदर वसई-विरार पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने एनजीओ की मदद से खुफिया जानकारी पर 26 जुलाई को पालघर के नायगांव में एक फ्लैट पर छापा मारा। इस छापेमारी में इस नाबालिग को बचाया गया। पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन 200 से अधिक आरोपियों की तलाश अब भी जारी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस घिनौने अपराध को अंजाम देने वाले सभी असामाजिक तत्वों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा।
इस अभियान में बांग्लादेशी लड़की के साथ-साथ चार और लड़कियों को भी इस दहशत भरी दुनिया से रिहा कराया गया है। ये लड़कियां मुंबई, पुणे, गुजरात और कर्नाटक जैसे अलग-अलग शहरों से जिस्मफरोशी के लिए लाई वसई-विरार पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने एक बड़े वेश्यावृत्ति रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस रैकेट से एक 12 साल की बांग्लादेशी लड़की को बचाया गया है, जिसने पूछताछ में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। लड़की ने बताया कि उसे पहले गुजरात के नाडियाड ले जाया गया और तीन महीनों में 200 से ज़्यादा मर्दों ने उसका रेप किया।
लड़की ने बताया कि वह एक विषय में फेल हो गई थी और अपने माता-पिता से डांट पड़ने के डर से घर से भाग गई थी। तभी उसकी जानने वाली एक महिला उसे चुपके से भारत ले आई और उसे देह व्यापार में धकेल दिया। इस दौरान, उसे विरोध करने पर गरम चम्मच से भी दागा गया।
26 जुलाई को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने एनजीओ एक्सोडस रोड इंडिया फाउंडेशन और हार्मनी फाउंडेशन की मदद से पालघर के नायगांव में एक फ्लैट पर छापेमारी की। इस छापेमारी में बांग्लादेशी लड़की के साथ-साथ चार और लड़कियों को भी बचाया गया, जिन्हें मुंबई, पुणे, गुजरात और कर्नाटक से लाया गया था। इस मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।