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Bihar News: मछली मखाना और मैथिली,बिहार की सियासी शतरंज पर PM मोदी ने चला दिया अचूक हथियार,CM नीतीश कह उठे...वाह वाह!

मछली, मखाना और मैथिली की सौगात बिहार के लोगों को देकर बिहार की सियासी शतरंज पर PM मोदी ने अचूक हथियार तो चला दिया है।....

political chess of Bihar
PM मोदी ने चलाया अचूक हथियार- फोटो : social Media

Bihar News: बिहार में भाजपा और जेडीयू की सरकार है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के पश्चात, राजनीतिक गतिविधियों का मुख्य ध्यान बिहार की ओर केंद्रित हो गया है। इस वर्ष अक्टूबर-नवंबर में राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। पिछले बजट में 26,000 करोड़ रुपये के परियोजनाओं की घोषणा के बाद, अब बजट 2025-26 में बिहार को फिर से संतुष्ट करने का प्रयास किया गया है, ताकि बड़े वोट बैंक को पहले से ही आकर्षित किया जा सके, साथ ही नीतीश कुमार के साथ गठबंधन को भी मजबूत करने की कोशिश की गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने बिहार के लिए विशेष रूप से पांच महत्वपूर्ण घोषणाएँ की। ये सभी घोषणाएँ बिहार में व्यापक परिवर्तन लाने के उद्देश्य से प्रस्तावित की गई हैं। इनमें पहला है- बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना, दूसरा है- IIT पटना के विस्तार की योजना, तीसरा है- बिहार में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की सुविधा प्रदान करने का प्रस्ताव, चौथा है- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फूड टेक्नॉलजी और मैनेजमेंट की स्थापना, और पांचवां है- वेस्टर्न कोसी कैलान को वित्तीय सहायता देने की घोषणा। इन घोषणाओं के माध्यम से बिहार के विभिन्न क्षेत्रों को समाहित करने का प्रयास किया गया है। वहीं चुनावी साल में केंद्र सरकार ने अपना सबसे ताकतवर तीर चला दिया है। 

बिहार के लिए अनेक लाभों का पिटारा

याद कीजिए संसद में वर्ष 2025-26 का बजट प्रस्ताव प्रस्तुत करने से पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने दुलारी देवी की भेंट की गई मधुबनी कला से सजी गोल्डन बॉर्डर वाली साड़ी पहनी, जिससे यह अनुमान लगाना कठिन नहीं था कि बिहार के लिए एक बार फिर से विकास के अवसर आने वाले हैं। इसके पश्चात वित्त मंत्री संसद में पहुंचीं और जैसे ही उन्होंने बजट प्रस्ताव का पाठ आरंभ किया, बिहार के लिए अनेक लाभों का पिटारा खुलता गया। 

'पग-पग पोखर, माछ-मखान'

 मिथिलांचल में एक प्रसिद्ध कहावत है, 'पग-पग पोखर, माछ-मखान'। इसका अर्थ है कि यहां तालाब, मछलियां और मखाना प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। मछली और मखाना मिथिला की विशेष पहचान बन चुके हैं। इस क्षेत्र में उत्पादित मछलियों और मखाने की सराहना देश-विदेश में की जाती है।मोदी सरकार ने मिथिलांचल को साधन के लिए मछली और मखाना के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित किया है।देश-विदेश में मखाने की मांग काफी तेजी से बढ़ रही है. तले और मीठे स्नैक्स की जगह मखाना लोगों की पसंद बन चुका है। केंद्रीय बजट 2025-26 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार में मखाना बोर्ड के गठन की घोषणा की, जिससे किसानों को सीधे बाजार का लाभ मिलेगा और उनकी आय बढ़ेगी। 

 मैथिली बड़ा सम्मान

इसके साथ हीं संसद के बजट सत्र में मैथिली बड़ा सम्मान मिला है। केंद्र ने मैथिली भाषा को सदन के भाषणों के ट्रांसलेट में शामिल कर दिया है। पहले इसमें 22 भाषा शामिल में इसे सुनने की व्यवस्था थी वहीं आज 6 और भाषा को जोड़ा गया है। जिसमें से एक मैथिली भाषा भी है। पीएम मोदी ने मैथिली भाषा को बड़ा उपहार किया है। सदन में अब सांसद हिन्दी, अंग्रेजी या किसी अन्य भाषा में अपनी बातों को रख रहे हैं तो आप उसे ट्रांसलेट पर मैथिली में सुन सकते हैं। 

बता दें  संसद 22 भाषाओं में सांसद बोल सकते थे।  इस पहल पर बिहार के लोगों ने खुशी जताते हुए कहा कि 'मैंने हमेशा से महसूस किया है कि मातृभाषा अपनी बात और भावनाएं पूरी तरह से जाहिर करने का सबसे अच्छा माध्यम होती है. सांसदों को भाषा की वजह से अपनी बात रखने में कोई बाधा का सामना नहीं करना चाहिए. अब माननीयों के लिए मैथिली में संसद की कार्यवाही को सुनना हकीकत बन गया है।

गदगद नीतीश

बहरहाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के गिफ्ट पर कहा भी कि बजट में  बिहार के हित में जो विशेष घोषणाएं की गई हैं, उनके बिहार के विकास की गति और तेज होगी. केंद्रीय बजट में बिहार को पिछले साल ढांचागत विकास के लिए मिली विशेष सहायता के बाद इस साल फिर से बिहार पर विशेष ध्यान दिये जाने के आधार पर हम यकीन के साथ कह सकते हैं कि बिहार को विकसित एवं आत्मनिर्भर प्रदेश बनानेको नया बल मिलेगा और अगले पांच साल में बिहार विकास की एक बड़ी छलांग लगाएगा. बिहार के विकास से विकसित भारत के निर्माण के मोदी सरकार के प्रयासों को बल मिलेगा.

बहरहाल मछली मखाना और मैथिली की सौगात बिहार के लोगों को देकर बिहार की सियासी शतरंज पर PM मोदी ने चला  अचूक हथियार तो चला हीं दिया है।

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