General Ticket Rules:जनरल टिकट के बदले कायदे-कानून जान लीजिए, नहीं तो जरा सी चूक पर लग सकता है जुर्माना!
General Ticket Rules: रेल मंत्रालय ने जनरल टिकट से जुड़े नियमों में हाल ही में बड़ा बदलाव कर दिया है। अब पहले की तरह यह नहीं होगा कि आपने जनरल टिकट लिया और किसी भी ट्रेन में कूच कर गए। ...

General Ticket Rules:रेलगाड़ी जिसे आवाम की सवारी कहा जाता है। हमेशा से आम लोगों के सफर की पहली पसंद रही है। यह न सिर्फ़ सस्ता, बल्कि आरामदेह और दूर दराज़ के सफ़र के लिए मुफ़ीद ज़रिया भी है। रोज़मर्रा की ज़िंदगी में लाखों लोग ट्रेन का सहारा लेते हैं। कोई नौकरी के लिए, कोई रिश्तेदारी में, तो कोई किसी जरूरी काम के लिए। लेकिन ट्रेन का यह सफर जितना आम दिखता है, उतना आसान नहीं रहा।
रेल मंत्रालय ने जनरल टिकट से जुड़े नियमों में हाल ही में बड़ा बदलाव कर दिया है। अब पहले की तरह यह नहीं होगा कि आपने जनरल टिकट लिया और किसी भी ट्रेन में कूच कर गए। अब जनरल टिकट पर विशेष रूप से उस ट्रेन का नाम अंकित होता है, जिसमें आपको सफ़र करना है। अगर आपने किसी और ट्रेन में बैठने की जुर्रत की, तो जुर्माना तय है और वो भी बेहिसाब! यानी जनरल टिकट का ‘आज़ाद’ सफ़र अब ‘क़ायदे और शर्तों’ में बंध चुका है।अब जनरल टिकट पर भी ट्रेन का नाम लिखा होता है, ऐसे में आपको उसी ट्रेन में यात्रा करनी होगी। किसी दूसरे ट्रेन में सफर करने पर जुर्माना लग सकता है।
इस नए नियम के साथ यात्रियों को और भी कई बातों का ख़्याल रखना जरूरी हो गया है। मसलन, जनरल टिकट अब ऑनलाइन UTS ऐप के जरिए भी खरीदा जा सकता है, जिससे लंबी लाइन में खड़े होने की झंझट से निजात मिलती है। पर अफसोस की बात यह है कि आज भी बहुत से मुसाफ़िर इस सहूलियत से नावाकिफ हैं।
साथ ही, अगर अचानक सफर करने का इरादा बन जाए और जनरल कोच में पैर रखने की भी जगह न हो, तो आप टीटीई से बात करके अतिरिक्त किराए पर स्लीपर या किसी खाली बर्थ की गुजारिश कर सकते हैं। हालाँकि यह टीटीई की मर्ज़ी पर निर्भर करता है, लेकिन उम्मीद की एक खिड़की तो होती ही है।
जनरल डिब्बा हमेशा से भीड़-भाड़ और अफरा-तफरी के लिए बदनाम रहा है। वहाँ न कोई सीट तय, न सुकून की उम्मीद। लेकिन अब नियमों की ज़ंजीरों ने इस ‘खुली छूट’ को क़ायदे की कोठरी में बंद कर दिया है। जरा सी गलती आपकी जेब पर जुर्माने की गाज गिर सकती है।इसलिए अगर आप भी इस आम लेकिन अहम सवारी से सफर करने जा रहे हैं, तो इन नए नियमों को समझ लें वरना ये रेल का रस्ता सीधा जेब तक पहुंच सकता है!