Bihar Vidhansabha Chunav 2025 : हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा ने तस्वीर जारी कर लालू यादव का दिखाया सामंती चेहरा, कहा राजद को सता रहा जीतनराम मांझी का डर

PATNA : राजद की ओर से मंगलवार को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में मुसहर-भुइयां महारैली सह संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस महारैली के बाद हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा ने राजद पर जमकर हमला बोला है। पार्टी के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने तंज कसते हुए कहा की सुना है मुसहर सम्मेलन के बाद तेजस्वी यादव राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष किसी मुसहर जाति से आने वाले नेता को बना देंगे।
वहीँ पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने राजद सुप्रीमो की एक तस्वीर जारी करते हुए कहा की ये हैं सरयू मांझी और प्रभावती देवी... और ये है लोकतंत्र की ललकार पर सामंतवाद की हुंकार! सरयू मांझी और प्रभावती देवी... मखदुमपुर के रहने वाले हैं। सरयू मांझी नौकरी करते हैं जबकि प्रभावती देवी जी राजद के कोटे से आयोग की सदस्य रही हैं। लेकिन इतना कुछ अर्जित करने के बाद भी लालू यादव की नजरों में इन दोनों की जगह कहां है, उसकी गवाह यह तस्वीर है।
लालू प्रसाद यादव के असली चेहरे से — सामंती चेहरा! वो जो हर चुनाव में "गरीब-पिछड़ा-अति पिछड़ा" का झंडा उठाकर निकलते हैं, लेकिन जब कोई मुसहर भुइयाँ अपनी हैसियत से उठकर सवाल पूछे, तो वही झंडा उल्टा कर मार दिया जाता है।कोई मांझी अगर चुनाव लड़ने की हिम्मत कर लें तो वो “मर्यादा की सीमाएं लांघ रहे हैं”। प्रभावती देवी अगर बोल उठें तो वो “किसी के इशारे पर” बोल रही हैं। क्यों? क्योंकि असली लोकतंत्र में बोलने का अधिकार सिर्फ उसी को है जो किसी बड़े नेता की गोदी में बैठा हो?
तस्वीर को लेकर उन्होंने कहा की ये हैं लालू यादव... जो खुद को गरीबों का मसीहा कहते हैं। लेकिन मुसहरों को मसीहाई करने का हक नहीं देना चाहते। ये हैं “जनता के नेता”, लेकिन जनता अगर नेता बनने लगे, तो जनता से ही खतरा महसूस करने लगते हैं। अरे भई, मुसहर भुइयाँ से यही चाहते हैं – झुके रहो, रेंगते रहो, और हर पांच साल पर ताली बजाकर वोट दो। बाकी सब राजनीति? सच्चाई है कि जीतन राम मांझी का डर आज राजद को सता रहा है इसलिए सम्मलेन करके झूठे वायदे कर रहे हैं।