Investment in Bihar: बिहार में पिछले कुछ वर्षों में औद्योगिक विकास की गति तेजी से बढ़ी है। 2 वर्षों में 2,312 नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना से न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली है। इन इकाइयों ने लगभग 70,000 लोगों को सीधे और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार दिया है।
विविध उद्योगों का विकास:
नई स्थापित इकाइयों में लेदर, बिस्किट, जूता, बैग, कपड़ा, मशीनरी, चूड़ा, जूट, प्लास्टिक बैग, कागज के प्लेट आदि शामिल हैं। यह विविधता दर्शाती है कि बिहार में विभिन्न क्षेत्रों में औद्योगिक विकास हो रहा है।
भूमि अधिग्रहण और औद्योगिक क्षेत्रों का विकास:
उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने 1600 एकड़ भूमि का आवंटन किया है। वर्तमान में 10,000 एकड़ भूमि का अधिग्रहण करने का लक्ष्य रखा गया है और इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। गया में एक विशाल औद्योगिक कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है जो 10 राज्यों को जोड़ेगा।
निवेशकों को आकर्षित करने के प्रयास:
राज्य सरकार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कई तरह के प्रयास कर रही है। इसमें बुनियादी ढांचे का विकास, उद्योग अनुकूल नीतियां, और एक्सटेंशन सेंटर की स्थापना शामिल है। उद्योगमंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि वर्तमान में पटना में एक एक्सटेंशन सेंटर है और मुजफ्फरपुर, वैशाली सहित अन्य स्थानों पर भी ऐसे केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
पलायन रोकने के प्रयास:
मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के पलायन को रोकने के लिए प्रखंड स्तर पर औद्योगिक क्लस्टर विकसित करने की योजना बना रही है। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे और युवाओं को अपने ही गांव या शहर में रोजगार मिल सकेगा।