आईपी गुप्ता ने किया नई पार्टी का ऐलान, पटना के गांधी मैदान में दिखाई पान समाज की ताकत, अब विधानसभा चुनाव में करेंगे कमाल
पान वर्ग को अनुसूचित जाति यानी एस सी का दर्जा छीने जाने के विरोध में आंदोलन कर रहे अखिल भारतीय पान महासंघ के अध्यक्ष आईपी गुप्ता ने पटना में अपने समाज की ताकत का अहसास कराते हुए नई पार्टी का गठन किया है.

IP Gupta : पान समाज के आरक्षण के लिए इंकलाब का नारा बुलंद करने वाले आईपी गुप्ता ने रविवार को पटना के गांधी मैदान में अपनी ताकत दिखाई. 'हांको रथ हम पान हैं आंदोलन' के सूत्रधार आईपी गुप्ता ने इस दौरान अपनी नई पार्टी का ऐलान किया. उन्होंने 'इंडियन इंकलाब पार्टी' का गठन किया है. उन्होंने कहा की आगामी विधानसभा चुनाव में अब इंडियन इंकलाब पार्टी अपनी ताकत का अहसास दिलाएगी. गांधी मैदान में पूरे बिहार से उमड़ी भारी भीड़ से उत्साहित आईपी गुप्ता ने इसे पान समाज की ताकत कहा.
अखिल भारतीय पान महासंघ के अध्यक्ष आईपी गुप्ता ने सियासी दलों पर पान समाज के लोगों से धोखाधड़ी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जो लोग कहते थे तांती-तंतवा को कोई नहीं जानता है वे पटना में उमड़ी इस भीड़ को देखकर सबको को पहचानने लगे हैं. पान समाज के आरक्षण के लिए लगातार आवाज बुलंद करने का आह्वान करते हुए गुप्ता ने कहा कि अपने हक अधिकार के लिए यह आंदोलन अब और बड़े रूप में दिखेगा. बिहार विधानसभा चुनाव में पान समाज के लोग अपनी ताकत का अहसास कराएंगे.
पान जाति का आरक्षण विवाद
बिहार सरकार ने वर्ष 2015 में तांती - ततवा सरनेम से पुकारे जाने वाले समुदाय को पान जाति का माना था. साथ ही पान वर्ग को अनुसूचित जाति यानी एस सी का दर्जा दिया. लेकिन 15 जुलाई 2024 को आए सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय में पान जाति का एससी का दर्जा छीन लिया गया. इसके बाद से ही अखिल भारतीय पान महासंघ के अध्यक्ष आई पी गुप्ता पूरे बिहार का दौरा कर पान जाति को फिर से आरक्षण दिलाने के लिए आवाज बुलंद की. पटना में अपनी ताकत का अहसास कराते हुए 'हांको रथ हम पान हैं आंदोलन' में बड़ी संख्या में भीड़ जुटाने में सफल रहे.
चुनाव में उतरेगी इंडियन इंकलाब पार्टी
आईपी गुप्ता ने इंडियन इंकलाब पार्टी के गठन का ऐलान करते हुए कहा कि इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में बड़ी तैयारी के साथ उतरा जाएगा. उन्होंने चुनाव के लिए इंडियन इंकलाब पार्टी को पूरी तरह से तैयार बताते हुए इस बार के विधानसभा चुनाव में समाज की ताकत का अहसास कराने की बातें कहीं. हालांकि आईपी गुप्ता ने फ़िलहाल यह नहीं किया है की वे बिहार में किसी अन्य दल से गठबंधन करेंगे या नहीं. गौरतलब है की आईपी गुप्ता पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे लेकिन पान समाज के आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलने पर उन्होंने अपनी राहें जुदा कर ली थी.