Vande Metro : जयनगर-पटना वंदे मेट्रो पहले दिन ही हुई लेट, तय समय पर नहीं पहुंच पाई पटना, पीएम मोदी ने दिखाई थी हरी झंडी
बिहार की पहली और देश की दूसरी वंदे मेट्रो जयनगर से पटना के बीच शुरू हुई है. शुक्रवार को इसका नियमित परिचालन शुरू हुआ जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है.

Vande Metro : जयनगर से पटना के बीच रेल सफर को सुगम और तेज बनाने के लिए शुरू की गई वंदे मेट्रो भी शुक्रवार को अपने तय से कुछ विलंब हो गई. जयनगर से सुबह 5 बजे प्रस्थान करने के बाद ट्रेन संख्या 94803 के पटना पहुंचने का समय सुबह 10.30 बजे है. लेकिन परिचालन के पहले दिन ही यह ट्रेन निर्धारित समय से करीब 14 मिनट की देरी से पटना पहुंची. जयनगर-पटना वंदे मेट्रो का पटना आगमन सुबह 10.44 बजे हुआ.
हालांकि ट्रेन बरौनी में निर्धारित समय 8.45 बजे के बदले 8.34 बजे ही आ गई थी. लेकिन बाद में मोकामा में 14 मिनट के विलंब से 9.40 बजे और बाढ़ में 9.41 बजे के बदले 9.59 बजे आई. बाढ़ से खुलने के बाद करीब 44 मिनट बाद सुबह 10.44 बजे जयनगर-पटना वंदे मेट्रो पटना पहुंची. गौरतलब है कि एक दिन पहले ही पीएम मोदी ने मधुबनी में आयोजित एक कार्यक्रम में वर्चुअल झंडी दिखाकर जयनगर पटना वंदे मेट्रो को रवाना किया था. शुक्रवार को पहली बार यह नियमित परिचालन के तहत चली लेकिन 14 मिनट की देरी से पटना पहुंची.
देश में दूसरी वंदे मेट्रो बिहार की राजधानी पटना से जयनगर के बीच है. कुल 265 किलोमीटर के इस सफर बाढ़, मोकामा, बरौनी, समस्तीपुर, दरभंगा, सकरी, मधुबनी रुकते हुए यह ट्रेन जयनगर तक जाएगी. इस ट्रेन की खासियतों में प्रमुख है की यह पूरी तरह से वातानुकूलित है. साथ ही बिना रिजर्वेशन के सिर्फ वंदे मेट्रो का टिकट लेकर सफर किया जा सकता है. इसका न्यूनतम किराया 30 रुपए है.
वंदे मेट्रो की प्रमुख सुविधाएँ:
यह ट्रेन 130 किमी/घंटा की अधिकतम गति से चलती है।
ट्रेन में 16 वातानुकूलित कोच होते हैं, जिनमें 1200 से ज्यादा यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है।
आधुनिक यात्री सुविधाएँ:
हर कोच में 3x3 बेंच टाइप सिटिंग अरेंजमेंट।
पैनोरमिक विंडो से दृश्यावलोकन।
मोबाइल चार्जिंग सॉकेट्स (टाइप-ए और टाइप-सी)।
रूट मैप इंडिकेटर और LCD डिस्प्ले के साथ सार्वजनिक सूचना प्रणाली।
सुरक्षा और आपातकालीन सुविधाएँ:
सीसीटीवी कैमरे और रूट-मैप संकेतक।
कवच (KAVACH) एंटी-कोलिजन सिस्टम।
आग और धुएं का पता लगाने के लिए स्वचालित प्रणाली।
अलार्म सिस्टम और एरोसोल-आधारित अग्निशामक प्रणाली।
स्वच्छता और शौचालय सुविधाएँ:
बायो-वैक्यूम शौचालय, जो स्वच्छता बनाए रखते हैं।
स्वचालित हैंड ड्रायर के साथ मॉड्यूलर शौचालय।
दिव्यांगजनों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया शौचालय।
डिज़ाइन और संरचनात्मक विशेषताएँ:
अंडर स्लंग प्रोपल्शन और उन्नत ब्रेकिंग सिस्टम।
पूरी तरह से सीलबंद लचीला गैंगवे, जो धूल-मुक्त और बारिश-रोधी है।
इजेक्टर-आधारित वैक्यूम निकासी शौचालय और मॉड्यूलर इंटीरियर्स।