Bihar Politics : जद(यू०) की ओर से अल्पसंख्यक संवाद कार्यक्रम का हुआ आयोजन, प्रदेश भर के नेताओं का हुआ जुटान

Bihar Politics : पटना में जदयू अल्पसंख्यक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में बिहार के अलग अलग जिलों ने नेताओं का जुटान हुआ.....पढ़िए आगे

Bihar Politics : जद(यू०) की ओर से अल्पसंख्यक संवाद कार्यक्रम
अल्पसंख्यक संवाद कार्यक्रम - फोटो : AKBAR

PATNA : रविवार को जनता दल (यू०) प्रदेश कार्यालय, पटना के कर्पूरी सभागार में अल्पसंख्यक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेशभर से बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक वर्ग के नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास कार्यों को जन-जन तक पहुँचाने तथा आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनाब इरशाद अली आजाद एवं मंच संचालन जनाब मेजर हैदर इकबाल ने की। 

कार्यक्रम में मुख्य रूप से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के उपनेता एवं कोषाध्यक्ष ललन कुमार सर्राफ, मुख्य सचेतक संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, पूर्व सांसद जनाब अशफाक करीम, विधान पार्षद जनाब गुलाम गौस,  विधान पार्षद जनाब खालिद अनवर, पूर्व विधायक शरफुद्दीन, पूर्व विधायक खलील अंसारी, पूर्व विधायक नेमतुल्लाह, प्रो नवीन आर्य चंद्रवंशी, जनाब इर्शादुल्लाह, जनाब अफजल अब्बास, ज़नाब अशरफ अंसारी, ज़नाब अशरफ हुसैन, मोहतरमा अंजुम आरा, मोहतरमा अफरोज़ा खातून, मोहतरमा रजिया कामिल अंसारी, जनाब शौकत अली, ज़नाब शकील अहमद, अब्दुल कयूम राइन, प्रो. शब्बीर अहमद, इरफान अहमद दिलकश, शगुफ्ता परिवान, जनाब शगुफ्ता अजीम, जनाब नजम इकबाल, जनाब बबलू मासूमी, जनाब शमसाद साई, जनाब असगर शमीम, नूर हसन आज़ाद, जनाब मृतुज अली कैसर, जनाब इकराम अदनान खान, जनाब आबिद हुसैन, जनाब याक़त मंसूरी, जनाब निज़ामुद्दीन अंसारी, जनाब तहसीन नदीम, मोहतरमा सबाना दावूद, जनाब ज़ियाउल हक़, ज़नाब तारिक रहमान, ज़नाब अब्दुल बांकी सहित अनेक गणमान्य नेतागण उपस्थित रहे।

उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि जिस ‘एम वाई’ वोट बैंक को राजद अपनी राजनीतिक बपौती समझती रही, उसमें ‘एम’ के लिए उन्होंने कभी चिंता नहीं की। अल्पसंख्यकों के नाम पर लंबे-चौड़े भाषण देने वाला विपक्ष आज तक यह नहीं बता पाया कि 15 सालों के शासन में मुसलमानों के कल्याण के लिए कौन-सी योजनाएँ शुरू कीं। सच तो यह है कि उनकी पूरी राजनीति मुसलमानों को बरगलाने और अपने परिवार को बढ़ाने तक सीमित रही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि श्री नीतीश कुमार के रहते अल्पसंख्यकों के हितों पर कोई आंच नहीं आएगी। उन्होंने आगे कहा कि 2005 के बाद श्री नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक समाज के कल्याण में जो कार्य किए हैं, उन्हें बुकलेट के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाना जरूरी है। कोई भी क़ौम शिक्षा के बग़ैर तरक्की नहीं कर सकती, लिहाजा बीते 20 वर्षों में नीतीश सरकार ने उर्दू शिक्षकों की बहाली, मदरसा शिक्षकों को वेतनमान देना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना, तालिमी मरकज़ की स्थापना और मदरसों के समुचित विकास जैसे अनेक ठोस और ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। आप लोग समाज में जाकर 2005 से पहले और 2005 के बाद के बिहार का फ़र्क लोगों को स्पष्ट रूप से बताएं।

ललन सर्राफ़ ने कहा कि नीतीश कुमार वोट नहीं, बल्कि वोटर की चिंता करते हैं। 125 यूनिट मुफ्त बिजली, सामाजिक पेंशन योजना में वृद्धि, अगले पाँच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को रोजगार और सृजन जैसे कदमों से समाज के सभी तबकों को लाभ मिलेगा। साथ ही, 2005 के बाद से नीतीश कुमार द्वारा किए गए विकास कार्यों को घर-घर तक पहुँचाना हमारी जिम्मेदारी है। श्री सर्राफ़ ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे केवल भ्रम फैलाने में लगे हैं, जबकि हमारे नेता श्री नीतीश कुमार जो कहते हैं, वही करते हैं। पूर्व सांसद जनाब अशफ़ाक़ करीम ने कहा कि अल्पसंख्यकों के हित में वर्ष 2005 के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो कार्य किए हैं, वैसा कार्य आज़ादी के बाद अब तक किसी भी सरकार ने नहीं किया। अल्पसंख्यक समाज के हितों में उनके कामों की चर्चा करने के लिए एक महीने का समय भी कम पड़ जाएगा। अतः सभी साथियों से अपील है कि वे समाज में जाकर श्री नीतीश कुमार के विकास कार्यों को व्यापक रूप से प्रसारित करें।

विधान परिषद जनाब गुलाम गौस ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाज के हर वर्ग के लिए अभूतपूर्व कार्य किए हैं। बिहार में शायद ही कोई परिवार होगा, जिसे नीतीश सरकार की योजनाओं का लाभ न मिला हो। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण के लिए नीतीश कुमार द्वारा किए गए ऐतिहासिक कार्यों का ऋण हमें आगामी विधानसभा चुनाव में सूद समेत चुकाने का संकल्प लेना है। विधान परिषद सदस्य जनाब खालिद अनवर ने कहा कि महागठबंधन के पास जनता के सामने रखने के लिए कोई ठोस उपलब्धि नहीं है और वे केवल डर और भ्रम का माहौल बनाकर वोट बटोरना चाहते हैं। इसके विपरीत, नीतीश कुमार ने मुसलमानों सहित सभी वर्गों के लिए ऐसे ऐतिहासिक कार्य किए हैं, जिनकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। यह सच्चाई हमें बुलंद आवाज़ में हर घर तक पहुँचानी होगी, ताकि श्री नीतीश कुमार को और अधिक ताक़त मिल सके और बिहार के विकास की रफ़्तार और तेज़ हो।