Bihar Police: बिहार के इन कुख्यातों का लिस्ट तैयार, ठोके जाएंगे, नीतीश सरकार ने जारी किया फरमान, पुलिस ने इतने अपराधियों को किया ढेर

Bihar Police: बिहार में इन दिनों पुलिस एक्शन मोड में है। पुलिस अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में सीएम नीतीश ने कुख्यातों को लेकर नया फरमान जारी कर दिया है।

सीएम नीतीश
list of notorious criminals is ready - फोटो : social media

Bihar Police:  बिहार में अपराधी या तो जेल में मिलेंगे या फिर मिट्टी में मिलेंगे। पुलिस अब अपराधियों को बख्शेगी नहीं। सीएम नीतीश के आदेश के बाद बिहार पुलिस अब एक्शन मोड में है। पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीजेपी नेताओं के द्वारा शुरु से ही दावा किया जाता है कि बिहार में अब अपराधी जेल में नहीं तो जहन्नुम में मिलेंगे। पुलिस का रुख भी अब इस बात को सही साबित करता नजर आ रहा है। बीते कुछ महीनों में राज्यभर में बड़े स्तर पर अपराध के खिलाफ अभियान चलाए जा रहे हैं। पुलिस और कुख्यात अपराधियों के बीच मुठभेड़ की भी खबर सामने आ रही है। बिहार पुलिस से मुठभेड़ में कई कुख्यात ढेर हो गए हैं तो वहीं दर्जनों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

तीन महीने में चार मुठभेड़, अपराधियों पर शिकंजा

बता दें कि, जनवरी 2025 में राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने 50-50 हजार के इनामी दो अपराधियों को ढेर किया, जबकि आठ नक्सलियों को भी हिरासत में लिया गया। अब तक कुल 227 अपराधी पकड़े जा चुके हैं, जिनमें 29 इनामी बदमाश शामिल हैं। पिछले तीन महीनों में पटना, अररिया, मुंगेर, गया और भोजपुर सहित कई जिलों में पुलिस और अपराधियों के बीच चार मुठभेड़ हुईं। इस दौरान पुलिस ने न सिर्फ अपराधियों को पकड़ा, बल्कि उनके नेटवर्क को भी ध्वस्त कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस त्वरित कार्रवाई कर अपराधियों को घेर रही है। अपराधियों के ठिकानों पर लगातार छापेमारी हो रही है, जिससे उनके बचने के रास्ते कम हो गए हैं।

विशेष टास्क फोर्स का कड़ा प्रहार

राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष टास्क फोर्स (STF), स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) और जिला पुलिस का संयुक्त अभियान अपराधियों के लिए काल बन गया है। एसटीएफ की विशेष जांच इकाइयों (SIG), चीता बल और अभियान दलों की मदद से पुलिस संगठित अपराध और नक्सलवाद पर लगाम कस रही है। एसटीएफ ने अब तक 15 विशेष ऑपरेशन ग्रुप (SOG) तैयार किए हैं, जो लगातार माफिया नेटवर्क, फिरौती गिरोह, हथियार तस्करी और आर्थिक अपराधों में संलिप्त अपराधियों पर कार्रवाई कर रहे हैं।

नक्सल गतिविधियों पर पुलिस का डंडा

राज्य में नक्सली गतिविधियां अब खड़गपुर और छक्कबरबंधा के सीमित इलाकों तक सिमट गई हैं। पुलिस का लक्ष्य है कि अगले तीन महीनों में इन क्षेत्रों को भी उग्रवाद मुक्त कर दिया जाए। इसके लिए झारखंड सीमा से सटे इलाकों में समन्वित अभियान तेज कर दिया गया है।

डिजिटल निगरानी से बढ़ी पुलिस की ताकत

अपराधियों की धरपकड़ के लिए बिहार पुलिस अब आधुनिक तकनीक का सहारा ले रही है। एसटीएफ और जिला सूचना इकाइयों के बीच समन्वय को मजबूत किया गया है। अपराधियों पर डिजिटल निगरानी बढ़ाई गई है। डेटा एनालिटिक्स और रियल-टाइम इंटेलिजेंस की मदद से अपराधियों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी हो रही है।

टॉप-10 अपराधियों की सूची पर पैनी नजर

पुलिस नियमित रूप से टॉप-10 और टॉप-20 अपराधियों की सूची अपडेट कर रही है। जेल में रहकर या राज्य के बाहर से अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। इनके मददगारों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। राज्य सरकार अवैध हथियारों की तस्करी और गोलियों की खरीद-फरोख्त पर लगाम लगाने के लिए नई नीति लाने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि बिहार में कानून-व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अपराधियों के खिलाफ त्वरित और प्रभावी कार्रवाई जारी रखें।

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