Bihar Vidhansabha : पटना में NSUI का प्रदर्शन, कांग्रेस छात्र नेताओं पर पुलिस ने जमकर चलाए वाटर कैनन, मार मार कर टांग दिया...

Bihar Vidhansabha : राजधानी पटना में NSUI का प्रदर्शन 45 मिनट तक चला। NSUI बिहार विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की हालांकि पुलिस ने छात्र नेताओं को रोक लिया....

NSUI का प्रदर्शन
NSUI का प्रदर्शन- फोटो : reporter

Bihar Vidhansabha : बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन जहां एक ओर सदन में भारी बवाल जारी है तो वहीं दूसरी ओर सड़क पर भी NSUI का प्रदर्शन जारी है। एनएसयूआई के कार्यकर्ता विधानसभा घेराव करने निकले हैं। वहीं इस दौरान पुलिस और छात्र नेताओं के बीच धक्का मुक्की हुई है। वहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन और लाठीचार्ज का भी प्रयोग किया है। वहीं कई कार्यकर्ताओं को टांग कर पुलिस थाने भी ले गई है। 

पुलिस ने छात्र नेताओं को रोका 

दरअसल, पटना में गुरुवार को छात्र समस्याओं को लेकर नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा घेराव का प्रयास किया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता राजापुर पुल, बोरिंग रोड चौराहा होते हुए विधानसभा की ओर बढ़े। प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को राजापुर पुल के पास ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई। कई छात्र बैरिकेडिंग पर चढ़ गए, वहीं प्रशासन ने स्थिति संभालने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। पानी की बौछार के बीच कई प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग गिराकर सड़क पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

पुलिस ने वाटर कैनन और बल का किया प्रयोग 

घटना के दौरान NSUI कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। करीब 45 मिनट तक चले इस प्रदर्शन में कुछ छात्रों को हिरासत में भी लिया गया। प्रदर्शन के दौरान NSUI नेताओं ने पुलिस पर गाली-गलौज और मारपीट का आरोप लगाया। कुछ छात्रों के कपड़े फाड़े जाने और अभद्र व्यवहार की शिकायत भी सामने आई है।

दमनकारी रवैया अपनाती है सरकार 

इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि हम विधानसभा में SIR का विरोध कर रहे हैं। दो करोड़ लोगों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जा रहे हैं। सरकार हमें रोकना चाहती है तो रोक ले, हम पीछे नहीं हटेंगे। वहीं, वाटर कैनन के प्रयोग पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद ने कहा कि जब भी आप सरकार से सवाल पूछेंगे, तब यह दमनकारी रवैया अपनाया जाता है। इसमें पुलिस की नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की विफलता है। घटना के बाद क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे।

जानिए किन मुद्दों पर NSUI कर रही प्रदर्शन

1. निजी शिक्षण संस्थानों में आरक्षण की मांग- NSUI का कहना है कि निजी शिक्षण संस्थानों में अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों की भागीदारी न के बराबर है। इसलिए वहां भी सरकारी शिक्षण संस्थानों की तरह आरक्षण और SC-ST सब-प्लान लागू किया जाए।

2. 3 साल की डिग्री, 3 साल में पूरी हो - छात्र संगठन का आरोप है कि विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र लंबा खिंचता है और 3 साल की डिग्री 5 साल में पूरी होती है। इसे लेकर सख्त समयसीमा सुनिश्चित करने की मांग की जा रही है।

3. 50% आरक्षण की सीमा खत्म करने के प्रयास का विरोध- संगठन ने केंद्र और राज्य सरकार पर आरक्षण की सीमा खत्म करने की कोशिश का आरोप लगाया और कहा कि इससे सामाजिक न्याय की अवधारणा को नुकसान पहुंचेगा।

4. शिक्षा इंफ्रास्ट्रक्चर और स्कॉलरशिप में गिरावट- NSUI का कहना है कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है। दलित, पिछड़ा और आदिवासी छात्रों की स्कॉलरशिप में 70% तक की कटौती की गई है और राज्य सरकार शिक्षा पर खर्च करने से पीछे हट रही है।

5. छात्र क्रेडिट कार्ड से कर्ज, लेकिन नौकरी नहीं- संगठन ने आरोप लगाया कि सरकार ने छात्रों को क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लाखों का कर्ज तो दिया, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली। सरकारी विभागों में लाखों पद खाली पड़े हैं, लेकिन भर्ती प्रक्रिया ठप है।