Patna New Road: पटना के 15 से अधिक रोड बनने से बदल जाएगा सड़क सत्ता का ट्रैफिक, शहर के बीचो-बीच काम हुआ शुरू,अब फर्राटा भरेंगी गाड़ियाँ
Patna New Road:राजधानी वासियों के लिए राहत भरी खबर है। पटना में 45 करोड़ की लागत से मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के तहत आठ नए योजनाओं का शिलान्यास किया गया है।

Patna New Road: मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के आठ और पथ निर्माण विभाग की एक योजना का शिलान्यास किया। इन योजनाओं के पूरा होने से वार्ड-36 और 38 सहित राजधानी पटना के लाखों नागरिकों को सुगम यातायात और बेहतर सड़क सुविधा मिलेगी।बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र में बुधवार को पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने इसका शिलान्यास किया है।
मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य भर में सड़क और शहरी विकास के कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर तेजी से कार्य चल रहा है।
मुख्य सड़क एवं नाला निर्माण योजनाएँ:
वार्ड 36, लालजी टोला: स्वर्गीय उमा चरणजी के मकान से स्वर्गीय गिरिजा यादव के मकान तक नाला और पीसीसी निर्माण, लागत 13,56,310 रुपये।
सरस्वती लेन: रेलवे हंडर देवी स्थान तक भूगर्भ नाला और पीसीसी निर्माण, लागत 58,08,380 रुपये।
आंबेडकर कॉलोनी देवी मंदिर: राजकीय कन्या मध्य विद्यालय से पूर्व मंत्री श्याम रजक के आवास होते हुए पीसीसी निर्माण, लागत 70,50,640 रुपये।
वार्ड 38, डोमन भगत लेन: नाला और पीसीसी निर्माण, लागत 8,45,795 रुपये।
वार्ड 36, भूषण लेन: श्याम पान भंडार से रेलवे हंडर तक भूगर्भ नाला और पीसीसी निर्माण, लागत 14,14,102 रुपये।
पुस्तकालय लेन: मनोज सैलून से जमुना निवास होते हुए रेलवे हंडर रोड तक नाला और पीसीसी निर्माण, लागत 66,34,994 रुपये।
वार्ड 38, राजकिशोर पथ: बीवी पांडेय के घर से मुनेन्द्र प्रताप के घर तक पीसीसी निर्माण, लागत 13,82,272 रुपये।
वार्ड 36, लालजी टोला: अरुण चौधरी के मकान से स्वर्गीय केपी सिंह के मकान तक भूगर्भ नाला और पीसीसी निर्माण, लागत 22,46,150 रुपये।
इसके अतिरिक्त, पथ निर्माण विभाग ने पटना सदर प्रखंड में 7.348 किलोमीटर लंबाई वाले पथों का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण कार्य 20.11 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया। इस योजना में राजेंद्र मठ, ज्ञान गंगा, पेपर मिल, बुद्ध मूर्ति, विजय चौक, कांग्रेस मैदान, पीरमुहानी और उनके आंतरिक पथ शामिल हैं।
इन परियोजनाओं के पूरा होने से राजधानी पटना के निवासियों को बेहतर सड़कें, नालों का सुचारू संचालन और यातायात में सुधार मिलेगा। इससे न केवल रोज़मर्रा की यात्रा आसान होगी बल्कि शहर की सौंदर्य और विकास कार्यों में भी सुधार होगा।