Bihar News: बिहार की राजधानी पटना के बाढ़ थाना क्षेत्र में एक 10 साल की बच्ची ने बहादुरी दिखाते हुए किडनैपर के चंगुल से खुद को छुड़ा लिया। चलती गाड़ी से कूदने के कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना की सूचना मिलते ही हाईवे पेट्रोलिंग कर रही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक किडनैपर फरार हो चुके थे। पुलिस ने घायल बच्ची को अनुमंडलीय अस्पताल बाढ़ में भर्ती कराया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे परिवार को सौंप दिया गया। इस घटना के बाद पूरे इलाके में चर्चा जोरों पर है।
कैसे हुआ अपहरण?
घायल बच्ची की पहचान दयाचक निवासी रविंद्र दास की बेटी सोनाली कुमारी (10) के रूप में हुई है। उसने बताया कि उसे कितने लोगों ने अगवा किया, यह नहीं पता, क्योंकि सभी ने चेहरे को कपड़े से ढका हुआ था। बच्ची ने बताया, "मुझे कुछ भी याद नहीं है। जैसे ही होश आया, मैं जोर-जोर से चीखने लगी और गाड़ी से कूद गई।"
परिजनों को फोन पर मिली सूचना
बच्ची के पिता बाढ़ में मजदूरी का काम करते हैं, जबकि उसकी मामी सरोजनी देवी ने बताया कि सोनाली मोहल्ले में खेल रही थी। परिवार के सदस्य उसे घर में रहने की हिदायत देकर काम पर चले गए थे। शाम 3 बजे तक वह मोहल्ले में ही थी, लेकिन अंधेरा होने तक किसी को शक नहीं हुआ। बाद में अस्पताल से फोन आने पर परिजनों को किडनैपिंग की जानकारी मिली।
सड़क किनारे घायल मिली बच्ची
बाढ़ थाना के सब-इंस्पेक्टर उमेश कुमार ने बताया, "हम लोग फोरलेन से थाने की ओर आ रहे थे, तभी बेढ़ना गांव के पास एक बच्ची सड़क किनारे खून से लथपथ पड़ी मिली। उसने बताया कि कुछ लोग उसे किडनैप कर ले जा रहे थे, लेकिन वह मौका मिलते ही कूद गई।" पुलिस ने बच्ची को इलाज के लिए तुरंत अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया और अब अपराधियों की तलाश जारी है।
बाढ़ से रविशंकर की रिपोर्ट