Patna junction: पटना जंक्शन का एयरपोर्ट जैसा कायाकल्प! ट्रॉली से लेकर मल्टी मॉडल हब तक यात्रियों को मिलेंगी वर्ल्ड क्लास सुविधाएं
Patna junction: भारतीय रेलवे पटना जंक्शन को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित कर रहा है। ट्रॉली, मल्टी मॉडल हब, नए फुटओवर ब्रिज और हार्डिंग पार्क टर्मिनल जैसी सुविधाओं से यात्री अनुभव को पूरी तरह बदला जाएगा। जानिए इस मेगा प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी।

Patna junction: भारतीय रेलवे पटना जंक्शन को अब केवल एक रेलवे स्टेशन नहीं, बल्कि एक अत्याधुनिक मल्टी मॉडल हब के रूप में विकसित कर रहा है। यात्रियों को अब यहां एयरपोर्ट के तर्ज पर ट्रॉली सुविधा मिलेगी। वेटिंग हॉल में वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर देखने को मिलेगा। शानदार फुटओवर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा, जिसकी चौड़ाई 40 फीट होगी और मल्टी मॉडल हब तक पहुंचने के लिए सहज इंटरचेंज भी होगी।
यात्रियों को क्या मिलेगा?
ट्रॉली से सीधे प्लेटफॉर्म से मल्टी मॉडल हब तक पहुंचने की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा हॉल में टोकन सिस्टम,सबवे से जुड़े टिकट हॉल और पार्किंग क्षेत्र और बेहतर लाइटिंग, संकेतक, और एस्केलेटर सुविधाएं देखने को मिलेगी।
दो नए फुटओवर ब्रिज, पुराने टिकट घर की जगह दो नए भवन
पटना जंक्शन पर दो नए 40 फीट चौड़े फुटओवर ब्रिज का निर्माण होगा। ये ब्रिज प्लेटफॉर्म 1 से 10 तक कनेक्ट करेंगे। पुराने टिकट घर को तोड़कर दो आधुनिक भवन बनाए जाएंगे। एक टिकट हॉल पार्सल ऑफिस के पास और दूसरा नए पार्किंग एरिया के पास। इन भवनों को मल्टी मॉडल हब से सीधे सबवे से जोड़ा जाएगा।
लोकल ट्रेनों के लिए विशेष सुविधा
रेलवे की योजना के तहत हार्डिंग पार्क में दो फेज़ में टर्मिनल का निर्माण किया जाएगा। पहले फेज़ में पांच प्लेटफॉर्म और पांच नई लाइनें बनाई जाएगी। इनसे गया, बक्सर, विक्रमगंज, बेगूसराय और उत्तरी बिहार के लिए लोकल ट्रेनों का संचालन होगा। मुख्य प्लेटफॉर्म से राजधानी और अन्य एक्सप्रेस ट्रेनें चलेंगी
यात्री यातायात को मिलेगी नई दिशा
महावीर मंदिर से लेकर नए पार्किंग एरिया तक रेलवे को मिला अतिरिक्त स्थान। इसमे सुधा दूध बुथ और वाहन पार्किंग को पार्सल क्षेत्र में ट्रांसफर किया जाएगा। गेट नंबर 1 के पास से भीड़ को हटाकर यातायात को सुगम बनाया जाएगा। प्लेटफॉर्म नंबर 4, 5 और 6 को हार्डिंग पार्क की ओर विस्तारित किया जाएगा। पटना जंक्शन की यात्री होल्डिंग क्षमता को पहले चरण में 5000 से 10,000 तक बढ़ाया जाएगा। स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण और सुविधा प्रबंधन को नए सिरे से डिज़ाइन किया जा रहा है।