PMCH FRAUD DOCTOR: परीक्षा माफिया डॉ अजय कुमार सिंह पिछले डेढ़ महीने से फरार है और उनकी जमानत याचिका को अदालत ने खारिज कर दिया है। यह मामला पटना का है जहां डॉ. अजय पर आरोप है कि उन्होंने मेडिकल छात्रों को पास कराने के लिए दूसरे स्कॉलरों को बैठाकर परीक्षा में धोखाधड़ी की।
डॉ. अजय पर दो केस दर्ज हैं। पहला केस (कांड सं. 20/25) उस समय दर्ज हुआ जब पुलिस ने उसके कमरे से 200 मिलीलीटर शराब बरामद की थी। दूसरा केस (कांड सं. 21/25) तब दर्ज हुआ जब उसके कमरे से 10 लाख रुपए के जले हुए नोट, नीट पीजी के ओएमआर शीट और एडमिट कार्ड मिले थे।
अग्निकांड की घटना 7 जनवरी 2025 को हुई थी, जब PMCH के चाणक्य हॉस्टल में डॉ. अजय के कमरे में आग लग गई थी। इस अग्निकांड के बाद पुलिस ने जब छानबीन की तो उन्हें कई संदिग्ध सामग्री मिली, जिससे डॉ. अजय की गतिविधियों का पता चला।जले हुए नोट, ओएमआर शीट और एडमिट कार्ड बरामद किया तब अजय के कारनामों का पता पुलिस को चला। डॉ. अजय ने अवैध रूप से कमरा पर कब्जा जमाए रखा था।
पुलिस ने डॉ. अजय को गिरफ्तार करने के लिए कई स्थानों पर छापेमारी की थी लेकिन वह लगातार फरार है। अंततः, 23 जनवरी 2025 को उन्हें गिरफ्तार किया गया जब वह PMCH में काउंसिलिंग के लिए पहुंचे थे। गिरफ्तारी के बाद उन्हें शराब मामले में जेल भेज दिया गया था। बाद में उसे कोर्ट से बेल मिल गई।शराब मामले केस में वह जमानत पर है। दूसरे केस में उसके जमानत पर सुनवाई होने तक कोर्ट ने नो क्रोसिव लगा रखा था। अब जमानत खारिज होने के बाद भी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है। डॉ. अजय के गैंग से जुड़ा एक केस जक्कनपुर थाने में दर्ज है। आर्यभट्ट ज्ञान विवि में एमबीबीएस की परीक्षा देने के दौरान चार स्कॉलरों को पकड़ा गया था।
हालांकि, दूसरे मामले में उनकी जमानत याचिका खारिज होने पर भी पुलिस उन्हें फिर से गिरफ्तार नहीं कर सकी है।