Patna zoo: न्यू ईयर पर पटना जू-ईको पार्क की टिकटें बढ़ीं, घूमने की प्लानिंग है तो इस दिन से करें एडवांस बुकिंग
Patna zoo:नए साल पर पटना का सबसे बड़ा पिकनिक स्पॉट संजय गांधी जैविक उद्यान है, जहां हर साल 1 जनवरी को 30–35 हजार लोग आते हैं। इस बार टिकट दर बढ़ा दी गई है।
patna zoo:नए साल पर पटना का सबसे बड़ा पिकनिक स्पॉट संजय गांधी जैविक उद्यान है, जहां हर साल 1 जनवरी को 30–35 हजार लोग आते हैं। इस बार टिकट दर बढ़ा दी गई है।वहीं नये साल के इस्तक़बाल के साथ ही राजधानी पटना में पिकनिक स्पॉट्स की रौनक बढ़ने लगी है। इनमें सबसे ज़्यादा लोकप्रिय पटना जू है, जहां हर साल 1 जनवरी को 30 से 35 हज़ार दर्शक उमड़ते हैं। इसी भारी भीड़ को मद्देनज़र रखते हुए जू प्रशासन और जिला प्रशासन ने एहतियाती तथा व्यवस्थागत तैयारियाँ तेज़ कर दी हैं। जू डायरेक्टर के मुताबिक, नए साल के दिन हमेशा रिकॉर्ड-तोड़ भीड़ रहती है, इसलिए वयस्कों के टिकट का मूल्य 150 रुपये कर दिया गया है, ताकि भीड़ को कंट्रोल किया जा सके और व्यवस्थाओं पर दबाव न बढ़े।
इसी सिलसिले में पटना जू और ईको पार्क दोनों में 1 जनवरी को प्रवेश शुल्क दोगुना से भी अधिक कर दिया गया है। चिड़ियाघर में जहाँ पहले 20 रुपये का टिकट मिलता था, अब दर्शकों को 60 रुपये चुकाने होंगे। वहीं ईको पार्क में वयस्कों को 50 रुपये और बच्चों को 25 रुपये का टिकट मिलेगा। इसके साथ ही राजधानी के 14 अन्य पार्कों में भी उसी दिन के लिए शुल्क बढ़ाने का फ़ैसला लिया गया है, ताकि भीड़ का दबाव संतुलित रहे और व्यवस्थाएँ सुचारू चलें।
नए साल की भीड़ को देखते हुए 25 दिसंबर से एडवांस टिकट बुकिंग की सुविधा शुरू की जा रही है, जिसे लोग काउंटर या ऑनलाइन दोनों माध्यमों से ले सकेंगे। भीड़ की संभावित बाढ़ को संभालने के लिए प्रशासन ने विशेष इंतज़ाम किए हैं गेट नंबर-1 पर 10 अतिरिक्त काउंटर, जबकि गेट नंबर-2 पर 4 अतिरिक्त काउंटर लगाए जाएंगे। इसके अलावा महिलाओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए अलग टिकट काउंटर खोले जाएंगे।
पटना जू 1 जनवरी को सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहेगा, लेकिन अपेक्षित भीड़ को देखते हुए विधि-व्यवस्था की पुख़्ता तैयारी की जा रही है। जिला प्रशासन की ओर से मजिस्ट्रेट और पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी, ताकि किसी भी अव्यवस्था या अफ़रातफ़री की स्थिति पर तुरंत क़ाबू पाया जा सके। नए साल के जश्न में पटना जू और ईको पार्क शहरवासियों के लिए खास आकर्षण बने रहेंगे, परंतु इस बार व्यवस्था, सुरक्षा और अनुशासन पर पहले से कहीं अधिक ज़ोर दिया जा रहा है।
रिपोर्ट - अभिजीत सिंह