Rahul gandhi - lalu yadav - बिहार में अपने पैरों कांग्रेस को खड़ा करने की कोशिश में जुटे राहुल गांधी, लालू-तेजस्वी से बिना मुलाकात लौटे वापस
Rahul gandhi - lalu yadav - राहुल गांधी पटना आए, जहां काफी समय गुजारने के बाद उन्होंने लालू परिवार से कोई मुलाकात नहीं की और वापस लौट गए। इस तरह उन्होंने बिहार में कांग्रेस की मजबूती पर जोर दिया।

Patna -राहुल गांधी अपने एकदिवसीय बिहार दौरे को खत्म कर वापस लौट गए हैं। लेकिन इस दौरे की सबसे खास बात यह रही कि एयरपोर्ट जाने के रास्ते में लालू यादव का आवास होने के बावजूद वह उनसे मिलने के लिए नहीं गए। न ही उन्होंने तेजस्वी यादव से मुलाकात की। जिसके बाद बिहार की सियासत राजद और कांग्रेस के रिश्ते पर फिर से चर्चा शुरू हो गई है।
महागठबंधन की दो बैठकों में दोनों पार्टियों के बीच सबकुछ सही होने के दावे किए। बिहार चुनाव को लेकर कॉर्डिनेशन कमेटी भी बना दी गई। जिसकी अध्यक्षता तेजस्वी यादव को सौंपी गई। राजद की तरफ से यह दावा गया कि सारे मतभेद खत्म हो गए। लेकिन, कांग्रेस की तरफ से लगातार ऐसे संकेत मिल रहे थे कि वह इससे खुश नहीं हैं। पार्टी की कोशिश है कि वह बिहार में अपने पैरों पर खड़ा हो सके।
लालू के मुद्दे को हाईजैक करने की कोशिश
आज राहुल गांधी बिहार में थे, जहां वह पहले दरभंगा में दलित छात्रों से मिलने अंबेडकर छात्रावास पहुंचे। इसके बाद उन्होंने प्राइवेट यूनिवर्सिटी में एससी-एसटी छात्रों के एडमिशन के लिए आरक्षण लागू करने की मांग की। साथ ही आरक्षण में 50 परसेंट के बेरियर को खत्म करने की बात दोहराई।
राहुल गांधी ने आज जिन मुद्दे पर बात की, वह लालू यादव की राजनीति का मुख्य मुद्दा रहा है। जिसके इर्द-गिर्द राजद की पूरी राजनीति घूमती है। लालू यादव को दलितों और गरीबों का मसीहा कहा जाता है. उन्होंने दलितों को समाज में उनका हक दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।
अब बिहार में कांग्रेस को फिर से खड़ा करने के लिए राहुल गांधी लालू यादव के मुद्दे को ही पार्टी का एजेंडा बनाकर आगे बढ़ना चाहते हैं। जिस तरह आज राहुल गांधी के खिलाफ आज दरभंगा में केस दर्ज किया गया। उसके बाद यह माना जा रहा है कि नीतीश सरकार को राहुल गांधी और कांग्रेस को राजद के सामने खड़ा करने में मदद कर रही है।