Ram Navami 2025: रामनवमी को सुबह सुबह नहीं कर सके पूजा तो घबराएं नहीं, जानिए रात तक पूजा के लिए शुभ मुहूर्त, बन रहे हैं कई विशेष योग
Ram Navami 2025: देशभर के मंदिरों में रामनवमी को लेकर आज विशेष पूजा और भजन संध्याएं आयोजित की जा रही हैं। भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है और राम नाम के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया है।

Ram Navami 2025: राजधानी पटना में रामनवमी को लेकर महावीर मंदिर में विशेष तैयारी की गई है। आधी रात से भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी है। भारी संख्या में भक्त महावीर मंदिर पहुंच रहे हैं। दरअसल, रामनवमी के शुभ अवसर पर राजधानी पटना स्थित ऐतिहासिक महावीर मंदिर में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। शनिवार रात 2 बजे विशेष पूजा के बाद मंदिर के पट खोल दिए गए, जिसके साथ ही 'जय सियाराम' और 'जय हनुमान' के जयघोष से मंदिर परिसर गूंज उठा। भक्तों ने ढोल-नगाड़ों की गूंज और भक्ति गीतों के बीच आरती में भाग लिया। आधी रात से ही लोग दर्शन के लिए कतारों में खड़े नजर आए। वहीं अगर आप सुबह सुबह आप शुभ मुहूर्त में पूजा नहीं कर पाए हो तो हम आपको बताते हैं कि आप अभी से रात तक कब कब पूजा कर सकेंगे।
राम भक्तों में दिख रहा गजब का उत्साह
बता दें कि, हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था और इस पावन अवसर पर आज देशभर में राम नवमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस वर्ष राम नवमी पर कई दुर्लभ योगों का संयोग बन रहा है। जिससे यह दिन भक्तों के लिए और भी विशेष बन गया है। पंचांग के मुताबिक नवमी तिथि की शुरुआत 5 अप्रैल को शाम 7:26 बजे हुई थी जो 6 अप्रैल को शाम 7:22 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के आधार पर आज, 6 अप्रैल को ही राम नवमी मनाई जा रही है।
बन रहे हैं ये शुभ योग
इस राम नवमी पर पुष्य नक्षत्र, रवि पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, सुलक्ष्मी योग, मालव्य राजयोग और बुधादित्य योग जैसे कई शुभ संयोग बन रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इन योगों में श्रीराम की पूजा करने से विशेष पुण्य और मनोकामना की पूर्ति होती है।
पूजा के महत्वपूर्ण मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:54 से 5:41 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:15 से 1:05 बजे तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 2:30 से 3:20 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त: शाम 6:41 से 7:03 बजे तक
राम नवमी मध्याह्न पूजन मुहूर्त: सुबह 11:08 से दोपहर 1:39 बजे तक
शुभ समय: दोपहर 12:24 बजे
चौघड़िया मुहूर्त (पूजा/कार्य आरंभ हेतु श्रेष्ठ समय)
अमृत (सर्वोत्तम): 10:49 AM - 12:24 PM, 8:07 PM - 9:32 PM
लाभ (उन्नति कारक): 9:15 AM - 10:49 AM, 1:48 AM - 3:14 AM (7 अप्रैल)
शुभ (मंगलकारी): 1:58 PM - 3:33 PM, 4:39 AM - 6:04 AM (7 अप्रैल)
पूजा विधि
राम नवमी के दिन भक्त सुबह स्नान कर मंदिर की सफाई करते हैं, फिर श्रीराम का जलाभिषेक करते हैं। भगवान को पंचामृत, गंगाजल, पीला चंदन, फल, और पीले पुष्प अर्पित किए जाते हैं। इसके बाद घी का दीपक जलाकर श्रीराम स्तुति और मंत्र जाप किया जाता है, आरती के साथ पूजा संपन्न की जाती है।
भोग सामग्री
भक्त भगवान श्रीराम को बेर, खीर, केसर, पंजीरी, पंचामृत, मिठाई, फल, सूखे मेवे और तुलसी दल सहित भोग अर्पित करते हैं।
मनोकामना पूर्ति के उपाय
श्रीराम चालीसा और रामायण के बालकांड का पाठ करें साथ ही अपने श्रद्धा अनुसार दान पूर्ण करें।
श्रीराम के मंत्र
"श्री रामचन्द्राय नमः"
"ॐ आपदामप हर्तारं दातारं सर्व सम्पदाम। लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम्।"
"ॐ राम ॐ राम ह्रीं राम श्रीं राम क्लीं राम फट् रामाय नमः"