Bihar News : उच्च सदन में अनुसूचित जाति - जनजाति के लिए अलग से सीटें चिन्हित की जाए: मंत्री संतोष सुमन

Bihar News : उच्च सदन में अनुसूचित जाति - जनजाति के लिए अलग

PATNA : बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (से.) द्वारा पटना के तारामंडल परिसर में अंबेडकर संकल्प सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी तथा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार सरकार के लघु जल संसाधन मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन ने सामाजिक न्याय और समान भागीदारी पर जोर देते हुए कई अहम बातें रखीं। पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी ने कहा, “हर साल हम बाबा साहेब को याद करते हैं, लेकिन क्या उनके विचारों को अपनाते भी हैं? हमने हमेशा शिक्षा को असली हथियार माना, लेकिन आज भी हमारे समाज में 70% लोग अशिक्षित हैं। जब तक शिक्षा नहीं आएगी, तब तक कोई अधिकार स्थायी नहीं होगा।” उन्होंने कॉमन स्कूल सिस्टम लागू करने की मांग दोहराते हुए कहा, “सिर्फ ज़मीन नहीं, समझ और शिक्षा ही असली ताकत है।” इस अवसर पर बिहार सरकार के लघु जल संसाधन मंत्री व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार सुमन ने एक ऐतिहासिक मांग रखते हुए कहा कि विधान परिषद में अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लिए भी पंचायत प्रतिनिधि, स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की तर्ज पर विशेष सीट चिन्हित की जानी चाहिए।

डॉ. सुमन ने कहा, “जैसे शिक्षक और स्नातक वर्ग के लिए विधान परिषद में आरक्षित सीटें हैं, वैसे ही SC-ST समुदायों के लिए भी ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए, जहां केवल उन्हीं वर्गों के लोग वोटर हों और उन्हीं में से प्रतिनिधि चुने जाएं।” उन्होंने इसे आरक्षण नहीं बल्कि सशक्त भागीदारी की मांग बताया और कहा कि इससे नीति निर्माण में हाशिए पर खड़े समुदायों की सीधी और प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित होगी। उन्होंने इस प्रस्ताव को बिहार सरकार और विधान परिषद के समक्ष औपचारिक रूप से रखने की बात कही और ज़रूरत पड़ने पर केंद्र सरकार से भी पहल करने का संकेत दिया। विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए डॉ संतोष सुमन ने कहा कि कुछ पार्टियां केवल नाम की राजनीति करती हैं। जिन्होंने बाबा साहेब का नाम तो लिया, लेकिन उनके विचारों को कभी आत्मसात नहीं किया। कांग्रेस ने दशकों तक शासन किया, लेकिन बाबा साहेब के विचारों की उपेक्षा की। तेजस्वी यादव को लेकर उन्होंने कहा कि वह बाबा साहेब के अनुयायी नहीं हो सकते क्योंकि उनके शासनकाल को 'जंगल राज' के नाम से जाना जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि आज भी कुछ लोग केवल लाल किताबें लेकर संसद में दिखावा करते हैं, जबकि भारत का संविधान दुनिया का सबसे उत्कृष्ट दस्तावेज है। संविधान की मर्यादा और संवाद की गरिमा को बनाए रखना हर नागरिक का कर्तव्य है। कार्यक्रम में “दलित सेवा दल” नामक एक संगठन की भी घोषणा की गई, जो गांव-गांव जाकर संविधान, सामाजिक अधिकार और शिक्षा पर जागरूकता फैलाएगा। इसकी अध्यक्षता श्री शंकर मांझी करेंगे और एक 15 सदस्यीय समिति बनाई जाएगी।

बिहार प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा, प्रधान सचिव राजेश पांडेय, विधायक प्रफुल मांझी, पार्टी के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन, मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण, सभी जिलाध्यक्ष सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन शंकर मांझी ने किया। बिहार प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा, विधायक प्रफुल्ल मांझी, प्रधान महा सचिव राजेश पांडेय, मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण, सदस्य्ता प्रभारी राजेश रंजन, प्रवक्ता नन्दलाल मांझी, सहित सभी वरिष्ठ नेताओं ने सभा को संबोधित किया.... कार्यक्रम में देवेंद्र मांझी, राधेश्याम प्रसाद, कौशलेन्द्र दाँगी, राजन सिद्दीकी, कमाल परवेज़, शकील हाशमी, स्मिता शर्मा,गीता पासवान, पूजा सिंह, सुनीता अशोक, रघुबीर मोची, विजय यादव, साकेत यादव, आकाश कुमार, अविनाश कुमार, सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी एवं सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेश्वर मांझी, एवं संचालन शंकर मांझी ने किया।

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