तेज प्रताप के 'जयचंद' बताने पर तेजस्वी यादव ने तोड़ी चुप्पी, लालू परिवार और राजद में कौन रच रहा साजिश, जानिए
तेज प्रताप यादव ने अपने खिलाफ साजिश रचने वाले को 'जयचंद' बताकर बड़ा सियासी बयान दिया तो अब इस पर तेजस्वी यादव ने अपनी चुप्पी तोड़ी है.

Tej Pratap Yadav: लालू परिवार में मचे घमासान के बीच सोमवार को तेजस्वी यादव ने अपने भाई तेज प्रताप यादव की 'जयचंद' वाली टिप्पणी पर बड़ा बयान दिया. कोलकाता से पटना पहुँचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से पूछा गया कि तेज प्रताप यादव किसे जयचंद बता रहे हैं जो लालू परिवार के बीच दरार डाल रहा है. इसे लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव जो निर्णय लिया है वह पार्टी के भलाई के लिए है. बिहार की भलाई के लिए उनका निर्णय है जो तेज प्रताप यादव को पार्टी से निष्कासित करने का है. उन्होंने कहा कि उनके निर्णय के आगे मैं कुछ नहीं बोलूंगा उनका निर्णय सर्वोपरि है. हालांकि उन्होंने इस पर कुछ नहीं बोला कि तेज प्रताप किसे जयचंद बता रहे हैं.
गौरतलब है कि अनुष्का यादव नामक एक लड़की के साथ 12 वर्षों से तेज प्रताप के रिलेशनशिप की खबर आने के बाद लालू यादव ने उन्हें पार्टी और परिवार से निकाल दिया था. इसके बाद तेज प्रताप यादव ने अपने संदेश में कहा, 'मेरे प्यारे मम्मी पापा.... मेरी सारी दुनिया बस आपदोनों में ही समाई है। भगवान से बढ़कर है आप और आपका दिया कोई भी आदेश।आप है तो सबकुछ है मेरे पास। मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए ना कि कुछ और। पापा आप नही होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग।बस मम्मी पापा आपदोनो स्वस्थ और खुश रहे हमेशा।'
तेजस्वी पर बड़ा संदेश
वहीं एक अन्य ट्वीट में उन्होंने तेजस्वी यादव को केन्द्रित कर कहा कि 'मेरे अर्जुन से मुझे अलग करने का सपना देखने वालों ,तुम कभी अपनी साजिशों में सफल नही हो सकोगे,कृष्ण की सेना तो तुम ले सकते हो लेकिन खुद कृष्ण को नही। हर साजिश को जल्द बेनकाब करूंगा। बस मेरे भाई भरोषा रखना मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूँ, फिलहाल दूर हूँ लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ था और रहेगा। मेरे भाई मम्मी पापा का ख्याल रखना, जयचंद हर जगह है अंदर भी और बाहर भी'
अनुष्का से सम्बंध पर कार्रवाई
दरअसल, लालू यादव ने 25 मई को एक बड़ा फैसला लेते हुए तेज प्रताप यादव के खिलाफ कार्रवाई की थी. अनुष्का से सम्बन्धों के उजागर होने के बाद लालू ने कहा था, 'निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमज़ोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूँ। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है। अपने निजी जीवन का भला -बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूँ। परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सावर्जनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है। धन्यवाद।'
रंजन की रिपोर्ट