Street Dogs: पटना में खूंखार कुत्तों का आतंक, शहर के हर गली-मोहल्ले में लोग हो रहे शिकार, 7 लोगों मे तीन की हालत गंभीर

Street Dogs: कुत्तों ने 7 लोगों पर हमला कर दिया, जिसमें एक बच्चे की हालत गंभीर है।...

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पटना में खूंखार कुत्तों का आतंक- फोटो : reporter

Street Dogs: पटना में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में, कुर्जी बालूपर इलाके में एक आवारा कुत्ते ने चार बच्चों समेत पांच लोगों पर हमला कर दिया। इसमें एक बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है। न्यू गार्डनर अस्पताल के निदेशक डॉक्टर मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि एक-एक बच्चे को 10 से 12 जगह कुत्तों ने नोचा है। जिससे पूरे शरीर पर कई जगह घाव हो गए हैं।

पटना में आवारा कुत्तों के आतंक की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में, कुत्तों ने चार बच्चों पर हमला कर दिया, जिसमें एक बच्चे की हालत गंभीर है। इस घटना ने लोगों में दहशत फैला दी है और नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। कुर्जी बालूपर क्षेत्र में एक आवारा कुत्ते ने चार बच्चों पर हमला कर दिया। घायल बच्चों के नाम अंकुश कुमारी, वैष्णवी कुमारी, रचना कुमारी और सन्नी कुमार हैं। हमले में एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसके चेहरे और हाथ पर गहरे जख्म हैं।

घायल बच्चों को पहले न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल के निदेशक डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि एक-एक बच्चे को 10 से 12 जगह कुत्तों ने नोचा है, जिससे पूरे शरीर पर कई जगह घाव हो गए हैं।स्थानीय लोगों का कहना है कि गली-मोहल्ले में आवारा कुत्तों की संख्या इतनी बढ़ चुकी है कि आए दिन राहगीरों पर हमले हो रहे हैं। लोग खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को लेकर घर से बाहर निकलने में डरने लगे हैं। नगर निगम पर लोगों ने लापरवाही के आरोप लगाए हैं और मांग की है कि कुत्तों को पकड़ने और उनके टीकाकरण के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए।

पटना में आवारा कुत्तों की समस्या एक बड़ा मुद्दा है। गर्मी के कारण कुत्ते अधिक आक्रामक हो जाते हैं और पानी और भोजन की तलाश में वे अधिक territoriale हो जाते हैं। इसके अलावा, नगर निगम की ओर से किए जा रहे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।पटना में आवारा कुत्तों के आतंक की घटनाएं एक बड़ा मुद्दा हैं। इसके समाधान के लिए नगर निगम, स्थानीय लोगों और पशु चिकित्सा विभाग को मिलकर काम करना होगा।  लोगों को अपने बच्चों को सुरक्षित रूप से घर से बाहर निकालने की अनुमति होगी।