Bihar Vidhansabha Election : रात 11 बजे चिराग पासवान से मिलने पहुंचे उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा, दिन में हुई थी सीएम नीतीश से मुलाकात, अचानक बढ़ी सियासी सरगर्मी
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले राज्य की सियासत में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है. इसमें चिराग पासवान अचानक से सियासत के केंद्र में आ गए हैं क्योंकि पहले दिन के उजाले में उनकी सीएम नीतीश से मुलाकात होती है और रात 11 बजे विजय सिन्हा से मिलते हैं.

Bihar Vidhansabha Election : पटना में रात करीब 11 बजे चिराग पासवान से मिलने बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा पहुंचे. दोनों नेताओं के बीच करीब 40 मिनट की बातचीत हुई. जिस वक्त दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हो रही थी उस वक्त चिराग की पार्टी से सांसद अरूण भारती और वरिष्ठ नेता राजू तिवारी भी मौजूद रहे. विजय सिन्हा से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चिराग पासवान को निमंत्रण देने आया था. सूत्रों की मानें की दोनों की नेताओं के बीच सीटों को लेकर भी बात हुई है. हालांकि मुलाकात के बाद इस पर विजय सिन्हा और चिराग पासवान से कुछ भी नहीं बताया.
इसके पहले 19 मई की सुबह चिराग पासवान सीएम नीतीश कुमार से मिलने पहुंचते हैं. मुलाकात के बीच चिराग और नीतीश की गुलदस्ता लिए हुए मुस्कुराती हुई तस्वीर भी जारी हुई. सीएम नीतीश से मिलने चिराग पासावन पटना में एक सरकारी कार्यक्रम में उन्होंने शिरकत किया. फिर सिवान में शहीद रामबाबू के परिजनों से मिलने पहुंचे. और जब देर रात पटना लौटे तो डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने उनसे मुलाकात की.
बिहार में इस साल चुनाव होने है. एनडीए और महागठबंधन दोनों ही खेमा के लिए सीट शेयरिंग को अंजाम तक पहुंचाने में लगा है. विजय सिन्हा और चिराग पासवान की ये मुलाकात भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि विजय सिन्हा के अनुसार एक निजी कार्यक्रम में आमंत्रण देने के लिए वे चिराग से मिले थे. लेकिन देर रात दोनों की बीच हुई यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जिसके पहले चिराग ने नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. ऐसे में अटकलों का बाजार गर्म है कि चिराग की सियासी सक्रियता अचानक से बढने का कारण क्या है.
दरअसल, इस वर्ष बिहार में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में एनडीए के सभी घटक दलों की कोशिश एक दूसरे के साथ बेहतर समन्वय स्थापित कर चुनाव में उतरना है. इसमें चिराग पासवान एक ऐसे नेता हैं जिनका मजबूत जनाधार कई सीटों पर वोटरों को प्रभावित करता है. पिछले विधानसभा चुनाव में भी चिराग ने अपनी ताकत दिखाई थी और उसके बाद लोकसभा चुनाव में चिराग के उम्मीदवारों ने 100 फीसदी सफलता हासिल की थी. ऐसे में अब फिर से चिराग पासवान एनडीए को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाते नजर आ सकते हैं.
देवांशु की रिपोर्ट