Gopal Khemka Murder Case: खेमका हत्याकांड का मास्टरमाइंड अब भी चालाकी में माहिर, एसटीएफ-एसआइटी के सवालों पर उगल नहीं रहा पूरी सच्चाई!
Gopal Khemka Murder Case:पटना के चर्चित उद्योगपति गोपाल खेमका हत्याकांड में साजिश का जाल जितना बड़ा, उतना ही पेचीदा भी साबित हो रहा है।

Gopal Khemka Murder Case:पटना के चर्चित उद्योगपति गोपाल खेमका हत्याकांड में साजिश का जाल जितना बड़ा, उतना ही पेचीदा भी साबित हो रहा है। तीसरे दिन भी रिमांड पर लिए गए मास्टरमाइंड अशोक साव और शूटर उमेश यादव से एसआइटी और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने घंटों पसीना बहाया, लेकिन सच्चाई अब भी पूरी तरह सामने नहीं आ पाई।
पूछताछ के केंद्र में अशोक साव ही रहा, जिसने हत्या की पूरी पटकथा तैयार की थी। पुलिस अब तक अशोक के संपर्क में रहे 10 संदिग्धों की पहचान कर चुकी है, जो सभी अब रडार पर हैं। इन सभी से पूछताछ और ट्रैकिंग चल रही है। वहीं पुलिस के सूत्रों की मानें तो हत्याकांड के तार सीधे जमीन विवाद से जुड़ते दिख रहे हैं। अशोक के मोबाइल से बरामद रिकॉर्डिंग और दस्तावेज इस कड़ी को मजबूत कर रहे हैं।
उद्योगपति खेमका की हत्या से पहले अशोक साव का नाम पटना के चर्चित मनोज कमलिया और टेकरीवाल हत्याकांड में भी उछल चुका है। यानी यह कोई नया चेहरा नहीं, बल्कि अपराध की दुनिया का पुराना खिलाड़ी है।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि हत्या में इस्तेमाल की गई 9 एमएम पिस्टल अशोक ने ही शूटर उमेश यादव को मुहैया कराई थी। अब यह जानने की कोशिश हो रही है कि हथियार किससे और कैसे मंगाया गया — किसी शातिर अपराधी से या फिर हथियार तस्कर से? हालांकि उमेश बार-बार वही पुरानी कहानी दोहरा रहा है, जबकि अशोक साव हर जवाब को घुमाने की चालाकी दिखा रहा है।
टेक्निकल टीम ने अशोक के मोबाइल, पेन ड्राइव और खेमका के फोन की भी गहन जांच शुरू कर दी है। इन डिवाइसेज़ में कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिलने की संभावना जताई जा रही है, जिसके आधार पर छापेमारी शुरू कर दी गई है।सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में कई ‘बड़े नाम’ इस केस में बेनकाब हो सकते हैं। पुलिस जल्द ही सभी आरोपितों को घटनास्थल पर ले जाकर क्राइम सीन को रीक्रिएट कर सकती है।