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BIHAR BYPOLL - जहां कभी गरजती थी नक्सलियों की बंदूकें, शाम ढलते बंद हो जाते थे दरवाजे, उस इलाके में बाइक लेकर अकेली घूमती थी दीपा मांझी

BIHAR BYPOLL - इमामगंज सीट से हम की कैंडिडेट बनी दीपा मांझी समाजिक कार्यों से जुड़ी रही हैं। वह नक्सलियों के गढ़ में अकेले ही बाइक से घूमकर लोगों को शिक्षित करती थी

BIHAR BYPOLL - जहां कभी गरजती थी नक्सलियों की बंदूकें, शाम ढलते बंद हो जाते थे दरवाजे, उस इलाके में बाइक लेकर अकेली घूमती थी दीपा मांझी
बेखौफ रही है दीपा मांझी- फोटो : X

PATNA - केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने इमामगंज विधानसभा सीट पर होनेवाले उप चुनाव में बहू दीपा मांझी को उम्मीदवार बनाया है। जिसके बाद मांझी पर परिवारवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगने शुरू हो गए। वहीं दूसरी तरफ मांझी ने अपनी बहू को टिकट देने का फैसले का समर्थन करते हुए विपक्ष की बोलती बंद कर दी। अब दीपा मांझी को लेकर कई बातें सामने आने लगी है। जो उन्हें औरों से अलग बनाती है। 

अकेले बाइक से घूमती थी दीपा

दीपा मांझी गया जिले के फतेहपुर प्रखंड की रहने वाली दीपा मांझी का घर  नक्सल प्रभावित 'बापू ग्राम' इलाके में था. कोडरमा गांव के पास स्थित बापू ग्राम को विनोबा भावे ने बसाया था। जिसके कारण दीपा मांझी पर भी उनका प्रभाव बचपन से रहा। छात्र जीवन के दौरान गरीबों के लिए संघर्ष किया. दीपा मांझी नक्सल प्रभावित इलाकों में दो दशक पहले बेखौफ होकर घूमती थी और सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थी।

एक ऐसे इलाके में, जहां शाम ढलने के बाद लोग घर से बाहर नहीं निकलते थे, उस दौर में दीपा मांझी से बाइक से घूमती थी। दीपा बताती हैं कि उनके पिताजी एक स्वयंसेवी संस्था चलाते थे। वह भी वहां काम करती थी। गरीबों के बच्चों को शिक्षित करना उनको अच्छा लगता था। उन्हें जागरूक करने के उद्देश्य से साइकिल और मोटरसाइकिल से गांव-गांव जाती थी।

ससुर की विरासत संभालने की चुनौती

जिला परिषद की सदस्य रह चुकी दीपा मांझी लंबे समय से सक्रिय राजनीति से दूर हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर कुछ समय के लिए एक्टिव रही। अब इमामगंज का टिकट मिलने के बाद ससुर जीतनराम मांझी की राजनीतिक विरासत को बचाने की चुनौती है। उनका मुकाबला आरजेडी प्रत्याशी रौशन कुमार मांझी उर्फ राजेश मांझी और जन सुराज पार्टी के कैंडिडेट डॉ. जितेंद्र पासवान से है। 13 नवंबर को वहां वोट डाले जाएंगे और 23 को परिणाम आएगा।

परिवार की पांचवी सदस्य

दीपा मांझी परिवार से चुनाव लड़ने वाली पांचवीं सदस्य होंगी. इससे पहले जीतनराम मांझी, संतोष सुमन, दामाद देवेंद्र मांझी, मांझी की समधन ज्योति मांझी चुनाव लड़ चुके हैं। इनमें जीतनराम मांझी केंद्रीय मंत्री, संतोष सुमन बिहार सरकार में मंत्री, समधन ज्योति मांझी बाराचट्टी की विधायक हैं।

जीतन राम मांझी के सांसद बनने के बाद हो रहा उपचुनाव

जीतन राम मांझी इमामगंज सीट से विधायक थे, लेकिन हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में वे गया संसदीय सीट से जीते थे, जिसके कारण इमामगंज सीट पर उपचुनाव हो रहा है।




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