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Bihar Bypoll : बेलागंज में 1990 से नहीं हारे हैं सुरेन्द्र यादव, लालू यादव का लालटेन जलाने ये होंगे राजद उम्मीदवार !

वर्ष 1990 के बाद से बेलागंज और सुरेन्द्र यादव एक दूसरे के पूरक बन गए. यानी तब से अब तक बेलागंज विधानसभा सीट पर लगातार आठ बार सुरेन्द्र यादव ने जीत हासिल की.

Bihar Bypoll : बेलागंज में 1990 से नहीं हारे हैं सुरेन्द्र यादव, लालू यादव का लालटेन जलाने ये होंगे राजद उम्मीदवार !

Bihar Bypoll : विधानसभा उपचुनाव में बिहार की बेलागंज सीट राजद की प्रतिष्ठा के साथ ही सुरेन्द्र यादव के लिए भी गढ़ बचाने की चुनौती है. वर्ष 1990 के बाद से बेलागंज और सुरेन्द्र यादव एक दूसरे के पूरक बन गए. यानी तब से अब तक बेलागंज विधानसभा सीट पर लगातार आठ बार सुरेन्द्र यादव ने जीत हासिल की. प्रतिद्वंद्वी कोई भी लेकिन पिछले 34 से बेलागंज सुरेन्द्र यादव का अभेद किला बना हुआ है. यहां तक कि इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में सुरेन्द्र यादव ने जहानाबाद से संसदीय चुनाव भी जीत लिया. ऐसे में उपचुनाव में सुरेन्द्र यादव फिर से बेलागंज में लालू यादव का लालटेन जलाने की कोशिश में हैं. 


पिछले कुछ चुनावों के आंकड़े देखें तो सुरेन्द्र यादव लगातार ताकतवर ही होते नजर आए. जैसे वर्ष 2020 के चुनाव में जदयू ने अभय कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया. लेकिन राजद के सुरेंद्र यादव को जहां 46.91 प्रतिशत  यानी  79708 वोट आए वहीं अभय कुशवाहा को सिर्फ 32.81 प्रतिशत वोट मिले यानी 55745 वोट आए.  इसी तरह वर्ष 2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू के प्रत्याशी मो. अमजद को 48441 वोट मिले थे, जबकि 52079 वोट लाकर सुरेंद्र यादव चुनाव जीत गए थे. इसके पहले वर्ष 2005 में हुए दोनों चुनावों में मो. अमजद एक बार लोजपा और एक बार जदयू प्रत्याशी के तौर पर उतरे लेकिन सुरेन्द्र यादव से जीत नहीं पाए. 


लालू यादव से 40 साल की दोस्ती : दरअसल, सुरेंद्र प्रसाद यादव 1981 में लालू प्रसाद यादव के संपर्क में तब आए जब लालू प्रसाद यादव लोकदल पार्टी के सदस्य थे. 1985 में सुरेंद्र प्रसाद यादव को लोकदल पार्टी से जहानाबाद संसदीय क्षेत्र से आम चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया था, लेकिन वे हार गए. बाद में 1990 में उन्हें बेलागंज निर्वाचन क्षेत्र से बिहार विधान सभा चुनाव के लिए टिकट दिया गया और वे जीत गए. तब से उन्होंने लगातार लालू यादव के साथ मिलकर उनका झंडा बेलागंज में बुलंद किया. 


कौन होगा राजद उम्मीदवार : बेलागंज उपचुनाव में राजद की ओर से सुरेन्द्र यादव के बेटे को उम्मीदवार बनाने की चर्चा है. सूत्रों का कहना है कि इसके लिए लालू यादव ने सुरेन्द्र यादव को हरी झंडी दे दी है. हालांकि राजद के एक धड़े का मानना है कि सुरेन्द्र यादव के बेटे की जगह किसी दूसरे कार्यकर्ता को टिकट मिलना चाहिए. इसके लिए लालू यादव और तेजस्वी यादव के सामने कुछ नेताओं द्वारा अपना दावा भी पेश किया गया है. बावजूद इसके यह तय माना जा रहा है कि सुरेन्द्र यादव के बेटे ही बेलागंज राजद के उम्मीदवार होंगे. 


बेलागंज का जातीय समीकरण : बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता संख्या करीब 2 लाख 87 हजार है. सबसे ज्यादा यादव मतदाता हैं जो करीब 70 हजार बताए जाते हैं. वहीं दूसरे नंबर पर  मुस्लिम वोटर 62 हजार हैं. इसके अतिरिक्त ब्राह्मण 5 हजार, भुमिहार 20 हजार, राजपूत 15 हजार, कोयरी-दांगी 25 हजार, बनिया 10 हजार, अनुसूचित जाति 50 हजार, अत्यंत पिछड़ी जाति 10 हजार, अन्य पिछड़ी जाति 20 हजार हैं. 


जनसुराज से उतारा उम्मीदवार : प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने प्रोफेसर खिलाफत हुसैन को उम्मीदवार बनाया है. माना जा रहा है कि बेलागंज में मुस्लिम वोटरों की बड़ी संख्या को ध्यान में रखकर पीके ने हुसैन पर दांव लगाया है. वहीं जदयू की ओर से उम्मीदवार का नाम आना शेष है. 

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