Bihar News : बिहार विधानसभा की चार सीटों के उपचुनाव में राजद और सहयोगी दलों को मिली हार के बाद रविवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का दर्द मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए छलका. राजद की बैठक को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा कि दो बार राजद के सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी हमने वर्ष 2015 और 2022 में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया. तब नीतीश कुमार ने खुद कहा था कि भाजपा उनके दल को खत्म करना चाहती है. लेकिन भाजपा ने सिद्धांत विहीन राजनीति करते राजद को सत्ता से हटाने का षड्यंत्र रचा. उन्होंने कहा कि हम नीतीश कुमार का पूरा सम्मान करते हैं. हमने उनके लिए जितना किया शायद उतना और कोई ना करें.
तेजस्वी ने कहा कि भाजपा के लोगों ने बिहार में तमाम व्यवस्थाओं को हाईजैक कर रखा है. ऐसे में हम लोग एकजुट होकर बिहार में बदलाव लाने का काम करेंगे. नया बिहार, प्रगतिशील बिहार बनाने की कोशिश करेंगे ताकि देश के अव्वल राज्यों में बिहार शामिल हो. उन्होंने कहा कि हमने कई बार कहा है कि हमारे पार्टी ए टू जेड की पार्टी है. राजद के साथ माई (मुस्लिम -यादव) भी हैं तो बाप यानी बहुजन, अगड़ा, आधी आबादी और गरीब का साथ है.
2025 में दोहराएंगे 2020
तेजस्वी ने दावा किया कि आगे आने वाले समय में बिहार में हम सरकार बनाएंगे. उन्होंने वर्ष 2019 और 2020 का उदहारण देते हुए बताया कि कोई सोचा था क्या कि वर्ष 2020 में तो हम बिहार में सरकार बनाने के करीब की सीटें ले आएंगे. 2019 में राजद ने लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया लेकिन 2020 में हमने बेहतरीन वापसी की. उन्होंने उपचुनाव के नतीजों से परेशान नहीं होने और सभी को एकजुट होकर आगे के लिए काम करने की अपील की. इससे फिर से राजद के 2025 में बेहतरीन प्रदर्शन करने और सत्ता में वापसी करने का दावा किया.
बिहार में हारेगी एनडीए
उन्होंने कहा कि झारखंड में एनडीए की करारी हार हुई है. हमें पूरा भरोसा है कि 2024 में जैसे हम लोग झारखंड में जीते हैं वैसे ही 2025 में बिहार में चुनाव जीतेंगे. बिहार की एनडीए सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार में उनका एक इंजन भ्रष्टाचार और दूसरा इंजन अपराध में लगा है. नरेंद्र मोदी 11 साल से प्रधानमंत्री हैं लेकिन बिहार से उन्होंने जो वादा किया था उसे पूरा नहीं किया. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा अब तक पूरा नहीं किया है. मोदी ने हर साल 2 करोड़ रोजगार और 15 लख रुपए खाते में देने की बातें की लेकिन उसे पूरा नहीं किया.
बिहार में सबसे बड़ी समस्या
उन्होंने कहा कि बिहार में सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है. पढ़े-लिखे नौजवानों को नौकरी और रोजगार नहीं मिल रहा है. महंगाई गरीबी से लोग त्रस्त हैं. पहले ₹400 में सिलेंडर गैस मिलता था अब ₹1200 में मिलता है. बिजली के दाम और बिजली का बिल इसी तरीके से आसमान छू रहा है. स्मार्ट मीटर नहीं है बल्कि यह चीटर है.
रंजन की रिपोर्ट