Bihar Politics: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज सोमवार को ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए. मुख्यमंत्री आवास 1 अन्ने मार्ग स्थित संकल्प में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और विभागीय मंत्री श्रवण कुमार भी मौजूद थे. वहीं, वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सभी जिला के अधिकारी भी जुड़े हुए थे. सरकार के इस कार्यक्रम का खूब प्रचार-प्रसार किया गया था. बिहार के बड़े अखबारों में पूरे पन्ने का रंगीन विज्ञापन छपवाया गया था. लेकिन कार्यक्रम महज नौ मिनट ही चला. मुख्यमंत्री आए, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव ने विषय वस्तु से रू-ब-रू कराया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने रिमोट दबाया, फिर धन्यवाद ज्ञापन हुआ और कार्यक्रम का समापन हो गया. कार्यक्रम की शुरूआत होने और खत्म होने के बीच की अवधि महज नौ मिनट रही.
नौ मिनट में ही कार्यक्रम का समापन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के तहत लाभुकों को 1650.33 करोड रुपए का हस्तांतरण किया. संकल्प में आयोजित कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने ग्रामीण आवास लाभुकों के अलावे जीविका दीदियों के खाते में राशि भेजी. ग्रामीण विकास विभाग ने इस कार्यक्रम को लेकर विस्तृत तैयारी की थी. मुख्यमंत्री और दोनों डिप्टी सीएम को आमंत्रित किया गया था. नीतीश कुमार, विजय सिन्हा और श्रवण कुमार को कार्यक्रम में आए, लेकिन बिहार से बाहर होने की वजह से सम्राट चौधरी कार्यक्रम में शिरकत नहीं कर सके. मुख्यमंत्री के आने के साथ ही कार्यक्रम की शुरूआत हुई. उन्होंने रिमोट दबाकर लाभुकों के खाते में 1650 करोड़ रू का हस्तांतरण किया. इसके बाद सीधे धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम का समापन हो गया.
बिना एक शब्द बोले वापस लौटे अतिथि
जिस तरह से इस कार्यक्रम को प्रचारित किया गया था, ऐसा लग रहा था कि बड़ा कार्यक्रम होगा. लेकिन यहां तो मुख्यमंत्री का संबोधन भी नहीं हुआ। लाभुकों के खाते में राशि ट्रांसफर करने की प्रक्रिया खत्म हो रही थी, विशिष्ट अतिथियों के चाय की प्याली रखा गया, चाय पीने की शुरूआत भी नहीं हुई और समापन की घोषणा हो गई। जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही भाषण नहीं दिए तो फिर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और विभागीय मंत्री श्रवण कुमार के संबोधन की कहां गुंजाईश थी. लिहाजा बिना एक शब्द बोले ही सभी अतिथि वापस लौट गए।