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Bihar Politics : जदयू राज्य कार्यकारिणी बैठक में आज होगा इन मुद्दों पर फैसला, सीएम नीतीश हुए शामिल, नहीं आए ललन सिंह

Bihar Politics : जदयू राज्य कार्यकारिणी बैठक में आज होगा इन मुद्दों पर फैसला, सीएम नीतीश हुए शामिल, नहीं आए ललन सिंह

Bihar Politics : जदयू राज्य कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को हो रही है. पटना के पार्टी दफ्तर में हो रही बैठक की अध्यक्षता बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार करेंगे. बैठक में शामिल होने को लेकर सीएम नीतीश सहित पार्टी के अधिकांश शीर्ष नेता पार्टी कार्यालय पहुंच चुके हैं. हालांकि बैठक में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह शामिल नहीं होंगे. ललन सिंह को लेकर बताया गया है कि वे पहले से अपने विभाग के कार्यक्रम के कारण व्यस्त रहेंगे इसलिए जदयू राज्य कार्यकारिणी बैठक में शामिल नहीं होंगे. वहीं आज की बैठक में कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. 


जदयू में गुटबाजी की खबरों के बीच हो रही यह बैठक बेहद अहम मानी जा रही है. खासकर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष के चयन को लेकर भी आज की बैठक में कोई फैसला लिया जा सकता है. उमेश कुशवाहा को नवंबर 2022 में बिहार जदयू का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. ऐसे में माना जा रहा है कि अब प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कोई बड़ी घोषणा होगी. इसमें या तो उमेश कुशवाहा को ही फिर से अध्यक्ष बनाया रखा जा सकता है या फिर किसी अन्य नेता को अध्यक्ष पद की कमान सौपी जा सकती है. 


हालांकि एक बड़ी चर्चा ललन सिंह के बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर है. सूत्रों का कहना है कि हाल के समय में जदयू में गुटबाजी की खबरों से ललन सिंह क्षुब्ध हैं. वहीं जेडीयू की नई राज्य कार्यकारिणी की लिस्ट हाल ही में जारी की गई है. राज्य कार्यकारिणी में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार सहित 118 सदस्य बनाए गए हैं। पार्टी की राज्य इकाई के सभी पदाधिकारी इसके पदेन सदस्य हैं. पहले नंबर पर नीतीश कुमार हैं. वहीं दूसरे नंबर पर जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा. तीसरे नंबर पर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह का नाम है. इसके बाद पूर्व सांसद बशिष्ठ नारायण सिंह, मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी व अन्य नेता राज्य कार्यकारिणी की लिस्ट में शामिल हैं. ऐसे में ललन सिंह का नहीं आना अब कई किस्म की चर्चा को जन्म दे रहा है. 


यह बैठक जदयू के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है ताकि वे अपने संगठन को मजबूत कर सकें और आगामी चुनावों के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे सकें. इसमें झारखंड विधानसभा चुनावों को लेकर भी पार्टी बड़े फैसले ले सकती है. वहीं यह बैठक आगामी 2025 बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है.

रंजन की रिपोर्ट

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