Bihar Crime : नर्तकी से इश्क की वजह से गयी दारोगा की जान, पुलिस ने 2 महिलाओं सहित सात आरोपियों को किया गिरफ्तार

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SIWAN : जिले के दरौंदा थाना में पदस्थापित एएसआई अनिरुद्ध कुमार की गला काटकर हत्या के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। सीवान पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, महाराजगंज के नेतृत्व में गठित विशेष टीम (एसआईटी/एसटीएफ) ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 02 महिला सहित कुल 07 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। यह हत्याकांड 29-30 अक्टूबर 2025 की रात को हुआ था।

प्रेम प्रसंग और नर्तकी बनी हत्या की जड़

पुलिस के अनुसार, इस हत्याकांड का कारण मृतक एएसआई अनिरुद्ध कुमार का नेपालगंज की एक नर्तकी, निहारिका सिंह ठाकुर उर्फ निहारिका खान से संबंध था, जो एक मकान में आवासन करती थी। इसी बीच नर्तकी के पति इमरान अंसारी ने मोबाइल पर अनिरुद्ध कुमार को मैसेज करते देख लिया। पुलिस ने खुलासा किया कि इमरान अंसारी ने अपने सहयोगी राहुल कुमार यादव के साथ मिलकर अनिरुद्ध कुमार की हत्या कर दी।

साजिश और निष्पादन 

षड्यंत्र के तहत, इमरान अंसारी और राहुल कुमार ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर एएसआई को बुलाया। एएसआई अनिरुद्ध कुमार को धोखा देकर सिरसाँव के अरहर के खेत में ले जाया गया। वहाँ ले जाकर सभी अभियुक्तों ने मिलकर धारदार हथियार से गला काटकर उनकी निर्मम हत्या कर दी। पुलिस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर इस पूरे मामले का पर्दाफाश किया और शामिल सात व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया।

हथियार की बरामदगी 

गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से मृतक एएसआई अनिरुद्ध कुमार से संबंधित महत्वपूर्ण सामान बरामद किए गए हैं। इनमें मृतक का मोबाइल, सोने की चेन, अंगूठी तथा चाँदी का ब्रेसलेट शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, गिरफ्तार अभियुक्त रंजन कुमार श्रीवास्तव और संदीप सिंह के पास से अवैध हथियार भी बरामद हुए हैं, जिनमें एक देशी कट्टा, 0.315 का जिंदा गोली और 03 किलोग्राम गांजा शामिल है। इन हथियारों की बरामदगी से यह भी सिद्ध होता है कि अभियुक्त आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे।

दर्ज मामला और शामिल पुलिसकर्मी

इस जघन्य हत्याकांड के संबंध में दरौंदा थाना में कांड संख्या 517/25 दिनांक 31.10.25 को IPC की धारा 302 (हत्या), 201 (सबूत नष्ट करना) सहित अन्य गंभीर धाराओं (जैसे 238/61/2(3)(5) बी.एन.एस.ए.ए.) के तहत मामला दर्ज किया गया है। छापेमारी दल में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, महाराजगंज के नेतृत्व में पु०नि० सह थानाध्‍यक्ष विकास कुमार सिंह, पु०नि० अखिलेश कुमार, और एसटीएफ/एसआईटी के जवान शामिल थे, जिन्होंने इस जटिल मामले को सफलतापूर्वक सुलझाया।