Gold Prices: सोने की कीमतों में आई भारी गिरावट, अचानक मुंह के बल गिरा भाव, जानिए क्या है कारण...

Gold Prices: सोने की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। अचनाक सोने के भाव में गिरावट आने से आम लोग भी चौंक गए हैं। लोगों के मन में सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या सोना और सस्ता होगा....

सोने के गहने
सोने की कीमत में गिरावट - फोटो : social media

Gold Prices: सोने की कीमत जो अब तक आसमान की ऊंचाई में था वो अचनाक मुंह के बल गिर गया है। सोने की कीमतों में सोमवार को भारी गिरावट देखने को मिली। जिससे एक बार फिर खरीदारों को राहत मिली। लेकिन इसे साथ ही लोगों के मन में यह सवाल भी खड़ा हो रहा है कि आखिरी सोने की कीमत में गिरावट क्यों दर्ज की गई है? क्या सोने की कीमतों में और गिरावट होने की संभावना है? आइए जानते हैं कि बाजार में सोने की ताजा रेट क्या है? 

 अचनाक मुंह के बल गिरा भाव 

दरअसल, बीते सोमवार को एक ओर जहां शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर शाम होते-होते सोने के दाम लड़खड़ा गए। सोमवार को सेंसेक्स 2,975 अंक उछलकर 82,429 पर और निफ्टी 916 अंकों की बढ़त के साथ 24,924 पर बंद हुआ। इसका सीधा संबंध वैश्विक स्तर पर अमेरिका-चीन टैरिफ समझौते और भारत-पाकिस्तान सीजफायर से जुड़ा है, जिससे बाजार की धारणा में सकारात्मक सुधार हुआ।

सोना का ताजा रेट

शाम 5 बजे के बाद 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत घटकर 93,000 रुपये के करीब आ गई जो पिछले महीने 1 लाख रुपये से ऊपर थी। IBJA के अनुसार, शुक्रवार को 10 ग्राम सोने का भाव 96,400 रुपये था, जो अब करीब 3,400 रुपये टूटकर गिरा है। MCX पर भी जून 2025 डिलीवरी के लिए सोने का वायदा भाव 4% यानी 3,930 रुपये की गिरावट के साथ 92,588 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। दिन के दौरान यह भाव 92,389 रुपये के निचले स्तर तक गया।

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वैश्वक स्तर पर गिरा सोने का दाम 

COMEX पर सोना 1.13% गिरकर 2,557.40 डॉलर प्रति औंस पर आ गया, जो दो महीनों का सबसे निचला स्तर है। वैश्विक बाजार में यह गिरावट चीन और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद में नरमी आने की वजह से देखी जा रही है।

गिरावट की बड़ी वजहें

माना जा रहा है कि अमेरिका-चीन में टैरिफ विवाद खत्म होना सोने की कीमतों में गिरावट की बड़ी वजह रही।  अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पहले लगाए गए ऊंचे टैरिफ पर अब नरमी दिखाई जा रही है। अमेरिका ने चीन के सामानों पर टैरिफ 145% से घटाकर 30%, जबकि चीन ने 125% से घटाकर 10% करने का फैसला किया है। इससे वैश्विक तनाव कम हुआ है, जिससे निवेशकों का झुकाव शेयर बाजार की ओर हुआ और सोने की मांग घट गई।

भारत-पाकिस्तान सीजफायर का भी असर 

भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर सहमति बनी है। जिससे भू-राजनीतिक तनाव में कमी आई है। नतीजतन, सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में खरीदने की तत्कालिकता कम हो गई। चीन जो दुनिया का सबसे बड़ा सोना उपभोक्ता है, वहां छुट्टियों के चलते मांग में अस्थायी गिरावट आई है। वहीं  अमेरिकी डॉलर इंडेक्स 100 से ऊपर पहुंच गया है जो तीन साल का उच्चतम स्तर है। डॉलर के मजबूत होने पर आमतौर पर सोने की कीमतों में गिरावट आती है क्योंकि सोना डॉलर में मूल्यांकित होता है।

क्या और सस्ता होगा सोना?

विशेषज्ञों के अनुसार, अगर वैश्विक तनाव और आर्थिक अनिश्चितताएं नहीं बढ़ती हैं तो सोने की कीमत 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से नीचे भी जा सकती है। हालांकि, यह पूरी तरह से वैश्विक हालात जैसे आर्थिक मंदी, युद्ध या व्यापार तनाव पर निर्भर करेगा।