Business - इस कंपनी ने एशियन पेंट्स में 500 करोड़ में खरीदी हिस्सेदारी, 17 साल बाद 9,080 करोड़ की प्रॉफिट में बेचा

Business - 17 साल पहले जिस एशियन पेंट्स के शेयर को सिर्फ 500 करोड़ रुपए में खरीदा था। वहीं उस शेयर को आज 9 हजार करोड़ से भी ज्यादा कीमत में बेचा गया है।

Business - इस कंपनी ने एशियन पेंट्स में 500 करोड़ में खरीदी

N4N desk - भारत में एशियन पेंट्स सबसे बड़ी पेंट कंपनी है। जिसका बाजार में लगभग 50 परसेंट हिस्से पर कब्जा है। हाल में ही में कंपनी के 4.9 परसेंट हिस्सेदारी को बेचा गया है। जिसके लिए 9,080 करोड़ की भारी भरकम रकम चुकाई गई है। 

दरअसल, एशियन पेंट्स में 4.9 परसेंट की यह हिस्सेदारी 2008 में रिलायंस ग्रुप ने सिर्फ 500 करोड़ रुपए में खरीदा था। जिसे अब अंबानी परिवार ने बेच दिया है। एशियन पेंट्स में अपनी हिस्सेदारी बेचकर रिलांयस को 9,080 का मुनाफा हुआ है। इस तरह मुकेश अंबानी को एशियन पेंट्स का शेयर बेचकर 2200 परसेंट का मुनाफा  हुआ है। अगर डिविडेंड को भी जोड़ा जाए, तो ये मुनाफा ₹10,500 करोड़ तक पहुंच जाता है। यानी, रिलायंस को लगभग 24 गुना रिटर्न मिला है।

दो चरणों में हुआ सौदा

रिलांयस ने अपनी सहायक कंपनी सिद्धांत कॉमर्शियल्स के जरिए ये हिस्सेदारी बेची है। पिछले हफ्ते रिलायंस ने 3.5 करोड़ शेयर SBI म्यूचुअल फंड को 7,704 करोड़ रुपए में बेचे थे, यानी प्रति शेयर 2,201 रुपए। वहीं कंपनी ने 16 जून को ऐलान किया कि उसने एशियन पेंट्स में अपनी बची-खुची 87 लाख शेयरों की हिस्सेदारी ICICI प्रूडेंशियल लाइफ म्यूचुअल फंड को 1,876 करोड़ रुपए में बेच दी। ये शेयर औसतन 2,207.65 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से बेचे गए। इस तरह कुल मिलाकर, 2008 में 500 करोड़ रुपए में खरीदी गई 4.9% हिस्सेदारी ने रिलायंस को 9,000 करोड़ रुपए का मुनाफा दिया।

मार्केट से मिल रही चुनौती

एशियन पेंट्स भारत की सबसे बड़ी डेकोरेटिव पेंट कंपनी है, लेकिन पिछले कुछ समय से उसे मार्केट में कड़ी टक्कर मिल रही है। नए खिलाड़ी, खासकर बिड़ला ग्रुप की बिरला ओपस पेंट्स ने एशियन पेंट्स की बादशाहत को चुनौती दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, FY25 में एशियन पेंट्स का मार्केट शेयर 59% से घटकर 52% हो गया है। इससे एशियन पेंट्स का स्टॉक पहले जितना तेजी से नहीं बढ़ रहा है। पिछले एक साल में एशियन पेंट्स का शेयर 20% से ज्यादा गिर चुका है। ये मार्केट में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले ब्लू-चिप स्टॉक्स में से एक बन गया है। ऐसे में रिलायंस को मुनाफा कमाने का सही समय लगा।

पहले भी शेयर बेचने की हुई कोशिश

पांच साल पहले भी रिलायंस ने अपनी हिस्सेदारी बेचने की सोची थी। तब जियो के भारी-भरकम निवेश के बाद कंपनी कर्ज कम करने पर काम कर रही थी, लेकिन डील नहीं हो पाई।

भारत की सबसे बड़ी डेकोरेटिव पेंट कंपनी 

एशियन पेंट्स अभी भी भारत की सबसे बड़ी डेकोरेटिव पेंट कंपनी है, जिसकी सालाना प्रोडक्शन कैपेसिटी 18.5 लाख किलो लीटर है। देशभर में 74,129 डीलर्स का नेटवर्क है। एशियन पेंट्स की शुरुआत 1942 में हुई थी। इसे 4 दोस्त ने पार्टनरशिप में शुरू किया था। 1968 से पेंट मार्केट में इसकी बड़ी हिस्सेदारी रही है। फिलहाल, एशियन पेंट्स 15 देशों में काम करती है। दुनिया भर में इसकी 27 पेंट मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं, जो 60 से ज्यादा देशों में अपने प्रोडक्ट्स बेचती है।