Rupee vs Dollar: डॉलर के मुकाबले रुपए इतिहास में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. सोमवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 44 पैसे गिरकर 87.94 डॉलर प्रति डॉलर पर आ गया. शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बाजार की उम्मीदों के अनुरूप प्रमुख नीतिगत दर में 25 आधार अंकों की कटौती किए जाने के बाद रुपया अपने सर्वकालिक निम्नतम स्तर से 9 पैसे की बढ़त के साथ 87.50 डॉलर प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. वहीं सोमवार को बाजार खुलते ही रुपए में जोरदार गिरावट आई.
डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट की वजह से आम आदमी की जेब पर सीधा असर पड़ेगा. दरअसल, रुपये के कमजोर होने से आयातित वस्तुओं की लागत बढ़ जाएगी, जिससे देश में महंगाई बढ़ने की आशंका है.वहीं विदेशी मुद्रा में कर्ज लेने वाली कंपनियों को भुगतान की अधिक लागत चुकानी पड़ेगी.
जानकारों के अनुसार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्टील और एल्यूमिनियम इंपोर्ट पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने के ऐलान की वजह से रुपए में यह गिरावट आई है.से हुआ है.रुपये के कारण विदेश के कारोबार से जुड़े तमाम सेवाओं और सामग्रियों पर इसका असर पड़ेगा. इसमें विदेश में पढ़ना भी शामिल है. साथ ही कमजोर रूपये के कारण मोबाइल फोन, टीवी, फ्रिज और एसी जैसे इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के दाम बढ़ सकते हैं. वहीं आयातित कच्चा माल महंगा होने से उत्पादन लागत बढ़ेगी,
शेयर बाजार में झटका
वहीं भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को लगातार चौथे सत्र में बिकवाली का दबाव जारी रहा. सेंसेक्स 600 अंक से अधिक गिर गया और निफ्टी 23,350 के करीब पहुंच गया. इससे सोमवार के शुरुआती कारोबार के दौरान निवेशकों को 5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान होने का आकलन है.