थोक महंगाई दर में भारी गिरावट: अप्रैल 2025 में 13 महीने का सबसे निचला स्तर
अप्रैल 2025 में थोक महंगाई दर घटकर 0.85% पर आ गई है, जो 13 महीनों में सबसे कम है। खाने-पीने की चीजें और ईंधन सस्ते होने से महंगाई में गिरावट आई है।

देश में महंगाई से थोड़ी राहत देने वाली खबर सामने आई है। अप्रैल 2025 में थोक महंगाई दर घटकर 0.85% पर आ गई है, जो पिछले 13 महीनों का सबसे निचला स्तर है। इससे पहले मार्च 2025 में यह दर 2.05% थी। इस गिरावट का मुख्य कारण रोजमर्रा की जरूरत के सामान और खाने-पीने की चीजों की कीमतों में आई नरमी है।
महंगाई में किस कारण आई राहत?
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा आज जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, थोक महंगाई दर में यह गिरावट कई प्रमुख सेक्टरों में कीमतों के नीचे आने की वजह से हुई है:
- खाद्य वस्तुएं (Food Items):
अप्रैल में खाने-पीने की चीजों की थोक महंगाई दर 4.66% से घटकर 2.55% हो गई। इससे आम आदमी को सीधी राहत मिलने की उम्मीद है। - रोजमर्रा के जरूरी सामान (Primary Articles):
इस श्रेणी में महंगाई दर 0.76% से गिरकर -1.44% पहुंच गई है, यानी कीमतों में वास्तविक गिरावट दर्ज हुई है। - ईंधन और ऊर्जा (Fuel & Power):
इस सेक्टर में थोक महंगाई दर 0.20% से घटकर -2.18% हो गई, जिससे पेट्रोलियम उत्पादों में सस्ती दरें देखने को मिली हैं। - मैन्युफैक्चरिंग उत्पाद (Manufactured Products):
यहां भी थोक महंगाई 3.07% से घटकर 2.62% पर पहुंच गई है, जो उद्योग जगत के लिए राहत की खबर है।
संशोधित आंकड़े: फरवरी 2025 की महंगाई बढ़ी
सरकार ने फरवरी 2025 के महंगाई के आंकड़ों में संशोधन करते हुए उसे 2.38% से बढ़ाकर 2.45% कर दिया है। यह दिखाता है कि पिछली रिपोर्टिंग में कुछ अंतर रह गया था जिसे अब सुधारा गया है।
आम जनता को क्या फायदा?
थोक महंगाई दर में कमी का असर आम तौर पर खुदरा महंगाई (CPI) पर भी पड़ता है। आने वाले हफ्तों में खाद्य पदार्थों और पेट्रोलियम उत्पादों की खुदरा कीमतों में गिरावट देखी जा सकती है। यह गिरावट आम जनता के मासिक बजट को राहत दे सकती है।