Pm Internship Scheme: देश के युवाओं को रोजगार देने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जाती है। इस योजना के तहत देश भर के युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है। ऐसा ही एक योजना है पीएम इंटर्नशिप योजना। इसके तहत युवाओं को ना सिर्फ प्रशिक्षित किया जाता है बल्कि उन्हें हर माह 5 हजार रुपए भी दिए जाते हैं। यह योजना केंद्र सरकार की ओर से चलाया जाता है। आज से यानी 3 अक्टूबर से इसके लिए केंद्रीकृत पोर्टल की शुरुआत हो रही है।
क्या है पीएम इंटर्नशिप योजना
पीएम इंटर्नशिप योजना 21 से 24 वर्ष की आयु के युवाओं को लक्षित करता है, जिसे भारत की 500 शीर्ष कंपनियों में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करके उन्हें रोजगार योग्य बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इंटर्नशिप योजना की एक प्रमुख विशेषता इसकी समावेशिता है, क्योंकि देश भर के छात्र इसके लिए आवेदन कर सकेंगे। केंद्र सरकार कंपनियों के साथ मिलकर इंटर्नशिप कर रहे प्रशिक्षु को 5 हजार रुपए का वजीफा प्रदान करते कार्यक्रम को वित्तीय रुप से समर्थन देगी। ईंटर्नशिप योजना की आधिकारिक तौर पर आज ये यानी 3 अक्टूबर से शुरुआत हो रही है। इसके लिए आवेदन 13 अक्टूबर कर आवेदन कर सकेंगे।
ऐसे होता है चयन
इंटर्नशिप के लिए इच्छुक आवेदक इसके लिए विशेष पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। जानकारी के अनुसार, इंटर्नशिप पोर्टल स्वचालित रूप से प्रत्येक पद के लिए उपलब्ध रिक्तियों में से दोगुने आवेदकों का चयन करता है। आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को एक फॉर्म भरना होगा जिसमें उन्हें अपनी रुचियों और कौशल के बारे में जानकारी देनी होगी। इस पोर्टल पर आपको पता चल जाएगा कि कौन सी कंपनी आपके लिए उपयुक्त है और आपका बायोडाटा अपने आप बन जाएगा। आवेदक का चयन उनके प्रोफाइल, पसंद और पात्रता के आधार पर किया जाएगा। जिसके बाद योजना में भागीदार कंपनियां इनमें से उम्मीदवारों का चयन करेंगी।
एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप कराएगी सरकार
अधिकारियों ने कहा कि कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने उम्मीदवारों की उपयुक्तता पर भागीदार कंपनियों को दिशानिर्देश भी प्रदान किए हैं। जुलाई में पेश बजट में केंद्र सरकार ने घोषणा की थी कि वह एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप कराएगी। कथित तौर पर रिलायंस इंडस्ट्रीज, अदानी समूह और महिंद्रा इस परियोजना में रुचि रखते हैं। सरकार ने पांच साल के भीतर एक करोड़ लोगों को शिक्षा उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है।
योजना का लाभ पाने की योग्ता
इस योजना का लाभ पाने के लिए आवेदक का 10 वीं पास होना जरुरी है। साथ ही उसकी उम्र 21 से 24 वर्ष हो। परिवार में कोई सरकारी नौकरी वाला या आयकर देने वाला नहीं हो। आसान भाषा में कहे तो परिवार की सालाना आय 8 लाख रुपए से ज्यादा ना हो। आवेदन किसी फुल टाइम कोर्स या नौकरी के साथ इंटर्नशिप के लिए योग्य नहीं हैं। IIT, IIM, IISER जैसे इंस्टीट्यूट से ग्रेजुएशन करने वाले आवेदक इसके लिए योग्य नहीं हैं। ऑनलाइन कोर्स या वोकेशनल ट्रेनिंग ले रहे हैं तो आप इंटर्नशिप के लिए योग्य हैं। इंटर्नशिप का कम से कम आधा हिस्सा कक्षा- आधारित प्रशिक्षण के बजाय वास्तविक कार्य अनुभव में समर्पित होना चाहिए।
जरुरी दस्तावेज
इस इंटर्नशिप के लिए आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर, पते का प्रमाण, शैक्षणिक योग्यता, पैन कार्ड शामिल हैं। वहीं हर इंटर्न को महीने में 5000 रुपये का स्टाइपेंड दिया जाएगा। इनमें से 4,500 रुपये सरकार द्वारा प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के जरिये और 500 रुपये कंपनियों द्वारा अपने सीएसआर कोष यानी कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी फंड द्वारा दिए जाएंगे। महीने के स्टाइपेंड के अलावा सरकार एक साल के बाद अलग से 6 हजार रुपए भी देगी।