Bihar Crime: बिहार में गोलियों की गूंज, फाइनेंस एजेंट के घर पर सरेआम फायरिंग, इलाके में दहशत
Bihar Crime: बिहार में अपराधियों का मनोबल इस कदर बुलंद होता जा रहा है कि अब उन्हें न कानून का खौफ है और न ही पुलिस का डर।
Bihar Crime: बिहार में अपराधियों का मनोबल इस कदर बुलंद होता जा रहा है कि अब उन्हें न कानून का खौफ है और न ही पुलिस का डर। सरेआम गोलियों की बौछार कर फरार हो जाना मानो अपराधियों के लिए आम बात बनती जा रही है। ताजा मामला आरा नवादा थाना क्षेत्र के संकट मोचन नगर मोहल्ले का है, जहां बाइक सवार हथियारबंद बदमाशों ने एक निजी फाइनेंस कंपनी के अभिकर्ता के घर को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग कर इलाके में सनसनी फैला दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अचानक मोहल्ले में गोलियों की आवाज़ गूंजी, जिससे लोग सहम उठे। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं घरों में दुबक गए। अफरा-तफरी का आलम ऐसा था कि लोग समझ ही नहीं पाए कि आखिर माजरा क्या है। बताया जा रहा है कि बिहिया थाना क्षेत्र के डुमरिया गांव निवासी और निजी कंपनी के अभिकर्ता सुनील कुमार सिंह के घर पर अपराधियों ने निशाना साधते हुए कई राउंड फायरिंग की और फिर मौके से फरार हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही नवादा थाना पुलिस हरकत में आई और फौरन मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल से पांच खोखा बरामद किया है, वहीं घर के गेट पर गोलियों के निशान साफ देखे जा सकते हैं, जो इस बात की गवाही दे रहे हैं कि फायरिंग पूरी तैयारी और नीयत के साथ की गई थी। सघन आबादी वाले इलाके में इस तरह की वारदात ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
पीड़ित सुनील कुमार सिंह ने बताया कि यह हमला अचानक हुआ। उन्होंने आशंका जताई है कि गांव में पहले हुए विवाद को लेकर नामजद लोगों ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है। सुनील कुमार के मुताबिक, बदमाशों का मकसद दहशत फैलाना और जान से मारने की धमकी देना था। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी नवादा थाना पुलिस को दे दी है और उचित कार्रवाई की मांग की है
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है और अपराधियों की तलाश के लिए छापेमारी की बात कही जा रही है। लेकिन इस सरेआम गोलीबारी की घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि आरा शहर में अपराध का ग्राफ तेजी से ऊपर चढ़ रहा है। मोहल्ले में अब भी खौफ का माहौल है, लोग सहमे हुए हैं और हर आहट पर डर का साया मंडरा रहा है। सवाल यह है कि आखिर अपराधियों पर नकेल कब कसी जाएगी और आम लोगों को कब मिलेगी बेखौफ ज़िंदगी?
रिपोर्टर - आशीष कुमार