Groom arrest before tilak - तिलक चढ़ने से पहले दूल्हे के लिए हथकड़ी लेकर पहुंच गई पुलिस, इस मामले में किया गिरफ्तार, परिवार में मचा हड़कंप
Groom arrest before tilak - तिलक चढ़ने के कुछ घंटे पहले होनेवाले दूल्हे और उसके दोस्त को पुलिस घर से गिरफ्तार कर ले गई। जब परिवार के लोगों को पूरे मामले की जानकारी मिली तो घर में हड़कंप मच गया

Aurangabad - तिलक चढ़ने से पहले होनेवाले दूल्हे और उसके दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया। पुलिस ने बताया कि गांव में अजय सिंह (50 साल) नाम की हत्या हुई थी। जिसमें मुख्य आरोपी रूपेश कुमार और संटू कुमार को बनाया गया था। रूपेश का आज तिलक चढ़ना था।
घटना रफीगंज थाना क्षेत्र के बीबीपुर गांव की है। जहां रुपेश की शादी की तैयारियां चल रही थी। घर की महिलाएं शादी के गीत गा रही थी। परिवार के लोग आज होनेवाले तिलक समारोह की तैयारी में लगे थे। तभी पुलिस वहां पहुंची और रुपेश को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, शादी समारोह में आने वाले मेहमानों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए घर के बाहर एक शौचालय बनाया जा रहा था। शुक्रवार को रुपए अजय सिंह और संटू के साथ ट्रैक्टर से सेप्टिक टैंक खरीदने गया था। देर रात दोनों घर लौट गए, लेकिन अजय सिंह नहीं पहुंचे। शनिवार सुबह पेवर ब्लॉक प्लांट के पास अजय का शव मिला था। घटनास्थल से आरोपी का चप्पल और गमछा मिला था।
जिसमें मृतक के भतीजे जितेंद्र सिंह ने आवेदन पर केस दर्ज हुआ था। जितेंद्र ने बताया कि शुक्रवार की सुबह चाचा को गांव के रूपेश सिंह और संटू घर से लेकर गए थे। तीनों ट्रैक्टर से सेप्टिक टैंक खरीदने औरंगाबाद गए थे। जिसके बाद से चाचा का कुछ पता नहीं चल रहा था। दूसरे दिन प्लांट के मालिक हरेंद्र सिंह ने बताया कि तुम्हारे चाचा का शव यहां पड़ा हुआ है। सीने पर ट्रैक्टर के चक्के का दाग था। गर्दन पर गमछा लपेटा हुआ था। दोनों ने चक्का चढ़ाने के बाद गमछे से गला दबाकर मार डाला।
जांच के लिए विशेष टीम का गठन
एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया। एसआईटी और जिला आसूचना इकाई की टीम ने संयुक्त छापेमारी अभियान चलाकर 12 घंटे के अंदर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
डर से छिपा दिया था शव
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि औरंगाबाद से लौटते समय अजय सिंह ट्रैक्टर के नीचे गिर गई। जिससे उनकी मौत हो गई। डर से शव को प्लांट के पास छिपा दिया। भ्रम फैलाने के लिए मृतक के गले में तीन गमछा लपेट दिया था।