Crime news - सास के लिए डॉक्टर दामाद बना हैवान, हत्या कर शव के 19 टुकड़े कर फेंक दिया, हैरान कर देगी कत्ल की वजह

Crime news - पेशे से डॉक्टर दामाद ने अपनी सास का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी। फिर उसके शव के 19 टुकड़े कर अलग अलग जगहों पर फेंक दिया।

Crime news - सास के लिए डॉक्टर दामाद बना हैवान, हत्या कर शव

N4N Desk - डॉक्टर दामाद ने अपनी सास की बेरहमी से हत्या कर दी और फिर उसके शव को 19 टुकड़ों में काट दिया। जिसके बाद शव को अलग अलग जगहों पर फेंक दिया। इस हत्याकांड का खुलासा तब हुआ, जब शव के एक हाथ को कुत्ता मुंह में लेकर घूम रहा था। जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपी दामाद को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान आरोपी ने हत्या की जो वजह बताई है, वह हैरान करनेवाली है। 

पूरा मामला बेंगलुरु से लगभग 110 किलोमीटर दूर कोराटागेरे से जुड़ा है, चिम्पुगनहल्ली में बीते 7 अगस्त को एक कुत्ता इंसान के हाथ को मुंह में दबाए घूम रहा था। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंची तो वहां कुछ और नहीं मिला। 

पांच किलोमीटर के दायरे में मिला पार्टस

फिर पुलिस ने इलाके में बाकी के बॉडी पार्टस की तलाश शुरू कर दी। काफी छानबीन के बाद पांच किलोमीटर के दायरे में 19 अलग-अलग जगहों पर मानव शरीर के टुकड़े मिले, मगर सिर नहीं मिला। ये अवशेष फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए तो पता चला कि किसी महिला की हत्या की गई है। मगर वह महिला कौन थी? इसकी पहचान मुश्किल थी।

महिला का शव होने की हुई पुष्टि

फोरेंसिक जांच में लाश के ऊपर मिले गहनों से पुलिस ने इस बात का अंदाजा लगा लिया कि यह हत्या लूट के इरादे से तो नहीं की गई है। इसके पीछे कोई गहरी साजिश या बदला है। इसी के साथ पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरू कर दी और दो दिन बाद एक सूनसान जगह पर सिर भी मिल गया।

लाश के ऊपर मिले गहनों से पुलिस ने इस बात का अंदाजा लगा लिया कि यह हत्या लूट के इरादे से तो नहीं की गई है। इसके पीछे कोई गहरी साजिश या बदला है। इसी के साथ पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरू कर दी और दो दिन बाद एक सूनसान जगह पर सिर भी मिल गया। 

मृतका की हुई पहचान

इसी दौरान पुलिस टीम ने तुमकुरु के थानों से गुमशुदा महिलाओं की लिस्ट खंगालनी शुरू की। जांच में पता चला कि बेल्लवे की रहने वाली 42 साल की बी. लक्ष्मीदेवी उर्फ लक्ष्मीदेवम्मा तीन अगस्त से गायब है। उसके पति बसवराज ने लक्ष्मीदेवी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 

जिसके बाद शव की पहचान कराई गई। जिसमें बसवराज ने शव की पहचान की। पेशे से बढ़ई बसवराज ने बताया कि उसकी पत्नी आखिरी बार अपनी बेटी तेजस्विनी के घर हनुमंतपुरा गई थी। जहां आखिरी बार 3 अगस्त को हनुमंतपुरा में अपनी बेटी तेजस्वी के घर से निकलते हुए देखा गया था।

मामले की जांच के लिए बनाई टीम

तुमकुरु के एसपी अशोक के.वी. ने मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने के लिए कई टीमें बनाईं। एक टीम को पता चला कि 3 अगस्त की दोपहर को एक सफेद रंग की एसयूवी हनुमंतपुरा से गुजरी थी। यह गाड़ी कोराटागेरे की ओर गई थी। जांच में पता चला कि गाड़ी के आगे और पीछे अलग-अलग नंबर प्लेट लगी थीं। 

शुरुआती जांच में यह पुलिस के बड़ा क्लू था। एक गाड़ी में दो अलग-अलग नंबर प्लेट का मतलब था कि पुलिस को धोखा देने की कोशिश की गई है। इस एसयूवी के बोनट को भी चेंज किया गया था। फिर पुलिस ने असली नंबर और गाड़ी मालिक की तलाश शुरू की। 

जांच टीम को अंदेशा था कि इस हत्याकांड से सफेद रंग की एसयूवी का कनेक्शन जरूर है। पुलिस ने इलाके में फुटेज खंगालकर पता लगा लिया कि एसयूवी उर्डिगेरे गांव के सतीश नाम के एक किसान की है।

दामाद ने खरीदी थी गाड़ी

इस बीच एसयूवी के मालिक के बारे में जानकारी जुटा रही दूसरी टीम चौंकाने वाला फैक्ट के साथ सामने आई। जो सफेद रंग की एसयूवी सतीश के नाम पर रजिस्टर्ड थी, उसे छह महीने पहले एक डेंटिस्ट डॉ. रामचन्द्रैया एस ने खरीदा था। डेंटिस्ट रामचन्द्रैया बेरहमी से मारी गई लक्ष्मी देवम्मा का दामाद था। 

फोरेंसिक जांच में एक सच और सामने आया था कि महिला के बॉडी के टुकड़े प्रफेशनल अंदाज में किए गए थे। शक की सूई दामाद रामचन्द्रैया की ओर घूम चुकी थी, बस कड़ियां जोड़कर सच उगलवाना बाकी था।

दामाद ने कबूल किया गुनाह

पुलिस ने रामचन्द्रैया को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया। रामचंन्द्रैया ने भी सच उगल दिया। उसने बताया कि 3 अगस्त को उसने अपनी सास लक्ष्मीदेवम्मा को वापस घर छोड़ने के बहाने एसयूवी में लिफ्ट दिया था। इस गाड़ी में पहले से ही किरण और सतीश बैठे थे। रामचंद्रैया ने उन्हें 4 लाख रुपये की सुपारी दी थी और एडवांस के तौर पर 50 हजार रुपये दिए थे। गाड़ी में बैठते ही सतीश और किरण ने लक्ष्मीदेवम्मा का गला घोंट दिया। 

हत्या के बाद शव लेकर तीश के फार्महाउस कोलाला ले गए। 24 घंटे बाद उन्होंने लाश के टुकड़े किए और अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया।

बेटी से कराना चाहती  थी देह व्यापार

पूछताछ  में आरोपी दामान ने बताया कि सास लक्ष्मीदेवी उनकी शादी में दखल दे रही हैं, यहां तक कि उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वह उनकी बेटी पर देह व्यापार का दबाव डाल रही हैं। उनका तीन साला का बच्चा है, और उन्हें डर था कि लक्ष्मीदेवी उनके परिवार को बर्बाद कर देंगी। इसलिए उन्होंने इस खौफनाक वादरात को अंजाम दिया।

आरोपियों के कबूलनामे के बाद पुलिस ने घटनास्थल से खून से सने कपड़े, चाकू, प्लास्टिक बैग बरामद कर लिए हैं। फॉरेंसिक टीम ने लाश के टुकड़ों की जांच शुरू कर दी है।