Bihar Crime: बिहार में वर्चस्व की जंग में ताबड़तोड़ गोलियां, दो कुख्यात ढेर, खून से रंगी गुरुवार की रात

Bihar Crime:आपसी वर्चस्व की लड़ाई में दो गुट आमने-सामने आए और गोलियों की बारिश में दो कुख्यात अपराधियों की जान चली गई। इस खूनी संघर्ष ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है।

Motihari war of supremacy

Bihar Crime:गुरुवार की देर शाम अपराधियों की गुटबाजी ने ऐसा तांडव मचाया कि इलाके की हवा बारूद की गंध से भर गई। मोतिहारी जिले के संग्रामपुर थाना क्षेत्र में आपसी वर्चस्व की लड़ाई में दो गुट आमने-सामने आए और गोलियों की बारिश में दो कुख्यात अपराधियों की जान चली गई। इस खूनी संघर्ष ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है।

मृतकों की पहचान हरसिद्धि थाना क्षेत्र के मोती यादव के पुत्र गुड्डू यादव और संग्रामपुर के भादा गिरी टोला निवासी कुख्यात बदमाश धनंजय गिरी के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, धनंजय गिरी और इनामी अपराधी सनोवर खान के बीच लंबे समय से वर्चस्व की रंजिश चल रही थी। गुरुवार की शाम इसी दुश्मनी का खेल खून से खेला गया।

सूत्रों के मुताबिक, सनोवर खान ने धनंजय गिरी को फोन कर मुलाकात के बहाने बुलाया। धनंजय अपने साथी गुड्डू यादव के साथ पहुंचा ही था कि पहले से घात लगाए बैठे सनोवर और उसके गुर्गों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। गुड्डू यादव वहीं ढेर हो गया जबकि गंभीर रूप से घायल धनंजय अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में ही मौत के मुंह में समा गया।

बता दें मृतक धनंजय गिरी हाल ही में जेल से बाहर आया था। वह झड़वा के कुख्यात तबरेज हत्याकांड का आरोपी रहा है। उधर, सनोवर खान पर मोतिहारी पुलिस ने पहले से ही 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है और वह लंबे समय से पुलिस की पकड़ से दूर फरार चल रहा है।

इस गोलीकांड के बाद पूरे इलाके में सन्नाटा और खौफ का माहौल है। पुलिस महकमा अलर्ट मोड में है। मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि अपराधियों की धरपकड़ के लिए एसडीपीओ अरेराज के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम गठित की गई है। रातभर डीएसपी रवि कुमार के नेतृत्व में छापेमारी अभियान चलाया गया। देर रात पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव उनके घर पहुंचाए गए, जहां कोहराम मच गया। वहीं, गांव के लोग दबी जुबान में कहते दिखे कि यह वर्चस्व की जंग थी, जिसकी कीमत दो कुख्यातों ने अपनी जान देकर चुकाई।

यह वारदात साफ इशारा कर रही है कि मोतिहारी का अपराध जगत अब भी बारूद के ढेर पर बैठा है और पुलिस की हर रणनीति के बावजूद अपराधी अपनी गोलियों से खामोशी तोड़ने से बाज नहीं आ रहे।

रिपोर्ट- हिमांशु कुमार