Bihar News: चरस की जगह ईंट-पत्थर, रेल पुलिस की जब्ती में सनसनीखेज खुलासा, सुगौली थाने की कार्यशैली पर उठे सवाल

Bihar News:एक चौंकाने वाली घटना ने रेल पुलिस की साख पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं।

 Sugauli police station
चरस की जगह ईंट-पत्थर- फोटो : social media

Bihar News:एक चौंकाने वाली घटना ने रेल पुलिस की साख पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। सुगौली रेल पुलिस द्वारा 24.390 किलोग्राम चरस की बरामदगी का दावा कोर्ट में जांच के दौरान पूरी तरह से फर्जी साबित हुआ, जब जब्त पैकेट से मादक पदार्थ की जगह ईंट-पत्थर निकले। इस सनसनीखेज खुलासे के बाद मुजफ्फरपुर रेल एसपी वीणा कुमारी ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं, और सुगौली रेल पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

क्या हुआ था 5 मार्च को?

5 मार्च 2025 को सुगौली रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ आउटपोस्ट और रेल थाना सुगौली की संयुक्त टीम ने तीन पीठू बैग से लावारिस हालत में 24.390 किलोग्राम चरस बरामद करने का दावा किया था। कार्यपालक दंडाधिकारी सह सुगौली अंचलाधिकारी कुन्दन कुमार की मौजूदगी में इस मादक पदार्थ का वजन किया गया और उसे सीलबंद कर रेल पुलिस को सौंप दिया गया। रेल पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज की और जब्त सामग्री को न्यायालय में प्रस्तुत किया। लेकिन कोर्ट में जांच के दौरान पैकेट खुलते ही सभी दंग रह गए—चरस की जगह उसमें ईंट और पत्थर भरे हुए थे!

रेल पुलिस की लापरवाही या साजिश?

इस घटना ने सुगौली रेल पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालों की झड़ी लगा दी है। इतनी बड़ी मात्रा में जब्त मादक पदार्थ का ईंट-पत्थर में बदल जाना आम लोगों के लिए हैरान करने वाला है। क्या यह पुलिस की लापरवाही थी, या इसके पीछे कोई गहरी साजिश छिपी है? स्थानीय लोग और विशेषज्ञ इस मामले को गंभीरता से देख रहे हैं। एक नागरिक ने कहा, "यह तो पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल है। अगर चरस थी, तो वह गई कहां? और अगर नहीं थी, तो इतना बड़ा दावा क्यों किया गया?"

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रेल एसपी ने लिया एक्शन

मामले की गंभीरता को देखते हुए रेल एसपी वीणा कुमारी ने तत्काल सुगौली रेल थाने का दौरा किया और जांच शुरू की। उन्होंने उच्चस्तरीय जांच का आदेश देते हुए कहा, "यह मामला अत्यंत गंभीर है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" जांच में यह पता लगाया जाएगा कि चरस की जगह ईंट-पत्थर कैसे पहुंचे और इस पूरे प्रकरण में किन-किन लोगों की भूमिका रही।

सुगौली रेल पुलिस की साख दांव पर

इस घटना ने न केवल सुगौली रेल पुलिस की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा किया है, बल्कि रेलवे स्टेशनों पर नशीले पदार्थों की तस्करी पर नजर रखने वाली पुलिस व्यवस्था की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए हैं। लोग अब यह जानना चाहते हैं कि क्या यह गलती एक बार की थी, या इसके पीछे कोई बड़ा रैकेट काम कर रहा है।मुजफ्फरपुर रेल पुलिस अब इस मामले की तह तक जाने के लिए गहन जांच कर रही है। यह देखना बाकी है कि जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और क्या इस सनसनीखेज मामले में कोई बड़ा खुलासा होता है। फिलहाल, सुगौली रेल पुलिस की इस चूक ने पूरे पुलिस महकमे को कठघरे में ला खड़ा किया है, और जनता जवाब की प्रतीक्षा में है।