Police News: साहेब ने दो थानेदार, एक दरोगा और एक चौकीदार को एक साथ नाप दिया, पुलिसिया धंधे की काली कमाई, एसपी के एक झटके से उजागर हुई वर्दी के पीछे की गंदी कहानी

Police News: पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने भ्रष्टाचार, शराब माफियाओं से मिलीभगत और कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो थानेदारों, एक दरोगा और एक चौकीदार को निलंबित कर दिया है।

Motihari POlice
वर्दी के पीछे की गंदी कहानी- फोटो : reporter

Police News: मोतिहारी के पुलिस अधीक्षक  स्वर्ण प्रभात ने भ्रष्टाचार, शराब माफियाओं से मिलीभगत और कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो थानेदारों, एक दरोगा और एक चौकीदार को निलंबित कर दिया है। इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। एसपी ने निलंबित चौकीदार द्वारा शराब माफियाओं की सांठगांठ से अर्जित संपत्ति की जांच का भी निर्देश दिया है।

निलंबित पुलिसकर्मी और उन पर लगे आरोप

बिजधरी थाना के चौकीदार रंजन यादव: इन पर शराब माफियाओं से मिलीभगत, अपराधियों से सांठगांठ, क्षेत्र में दबंगई और अकूत संपत्ति अर्जित करने के आरोप हैं। एसपी ने इनकी संपत्ति की जांच का निर्देश पकड़ीदयाल एएसपी को दिया है। यह उल्लेखनीय है कि चौकीदार रंजन यादव 2022 में भी शराब माफियाओं से सांठगांठ के आरोप में निलंबित हुए थे।

बिजधरी थानेदार राजीव कुमार: इन्हें चौकीदार रंजन यादव के प्रभाव में आकर झूठे लोगों पर केस करने और चौकीदार पर नियंत्रण न रख पाने के आरोप में निलंबित किया गया है।गडहिया थाना के दरोगा मुन्ना सिंह: एक केस में 41 A का लाभ देने के लिए 5 हजार रुपये मांगने का वीडियो मिलने और जांच में सत्य पाए जाने पर इन्हें निलंबित किया गया है।

पीपरा कोठी थानेदार खालिद अख्तर: इन पर संदिग्ध आचरण, शराब बरामदगी के खिलाफ लापरवाही और थाना क्षेत्र में गैस व तेल कटिंग का धंधा जोरों पर चलने व ड्रग्स का कारोबार होने के बावजूद कार्रवाई न करने का आरोप है।

एसपी और डीआईजी का कड़ा रुख

मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार और लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चंपारण रेंज के डीआईजी हरिकिशोर राय और मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात की इस संयुक्त कार्रवाई से भ्रष्टाचार में संलिप्त और लापरवाही बरतने वाले थानेदारों से लेकर पुलिस कर्मियों में दहशत का माहौल है। यह कार्रवाई बिहार में शराबबंदी की सफलता और पुलिस बल में पारदर्शिता लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

रिपोर्ट- हिमांशु कुमार