Patna Crime: शराबबंदी के बाद नशे के लिए कफ सिरप के सेवन का चलन परवान पर है। कफ सिरप का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है। यह सिरप सेहत के लिए खतरनाक माना जाता है। पटना में मद्य निषेध विभाग की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। इन तस्करों के पास से 35 लाख रुपये मूल्य का प्रतिबंधित कफ सिरप बरामद किया गया है। यह कार्रवाई राम कृष्ण नगर और अगम कुआं थाना क्षेत्र में मंगलवार की रात को की गई।
गिरफ्तार किए गए तस्करों के पास कुल 21,330 बोतलें कफ सिरप थीं। यह कफ सिरप होली के मौके पर विभिन्न स्थानों पर सप्लाई करने के लिए लाया जा रहा था। विभाग के निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह छापेमारी की गई थी।उत्पाद विभाग की टीम ने रामकृष्णानगर में स्कूटी और बाइक पर कफ सिरप के कार्टूनों के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार तस्करों की जानकारी के आधार पर, टीम ने कांटी फैक्ट्री और नंदलाल छपरा में एक-एक गोदाम में छापेमारी की, जहां से कफ सिरप की एक बड़ी खेप बरामद की गई। कुल मिलाकर 144 कार्टून में पैक 21,330 सिरप की बोतलें जब्त की गईं, जिनकी बाजार में कीमत लगभग 35 लाख रुपये आंकी गई है।
बता दें सोमवार को 26 लाख रुपये का प्रतिबंधित सिरप कोडिन जब्त किया गया था और यूपी के ट्रक चालक शाने रब को गिरफ्तार किया गया था। ट्रक और पिकअप को भी जब्त किया गया था। सहायक उत्पाद आयुक्त प्रेमप्रकाश ने बताया कि सोमवार और मंगलवार को की गई कार्रवाई की जांच में टीम लगी हुई है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में विकास कुमार और सुभाष कुमार शामिल हैं, जो पटना के पत्थर की मस्जिद क्षेत्र से हैं। तीसरा आरोपी अभिषेक कुमार मुजफ्फरपुर का निवासी है।इससे पहले भी, सोमवार को पटना के अगम कुआं थाना क्षेत्र से 26 लाख रुपये मूल्य का प्रतिबंधित कफ सिरप जब्त किया गया था। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से युवा वर्ग में इस तरह के कफ सिरप का सेवन बढ़ा है, जिससे इसकी तस्करी भी तेजी से बढ़ी है।सवाल है आखिर कैसे प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी त्योहारों पर बढ़ जाती है। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और उनके स्रोतों का पता लगाया जा सके।
रिपोर्ट- अनिल कुमार