चंदन मिश्रा हत्याकांड के शूटरों को लाखों के बदले मिला धोखा....अबतक 5 में से 4 शूटर गिरफ्तार तो खुला राज़

चंदन मिश्रा हत्याकांड के शूटरों को लाखों के बदले मिला धोखा..
चंदन मिश्रा हत्याकांड के शूटरों को लाखों के बदले मिला धोखा....अबतक 5 में से 4 शूटर गिरफ्तार तो खुला - फोटो : NEWS 4 NATION

N4N डेस्क: 17 जुलाई को सुबह सबेरे राजधानी पटना समेत पुरे सूबे को दहला देने वाले पारस एचएमआरआई अस्पताल में सजायाफ्ता अपराधी चंदन मिश्रा हत्याकांड की गुत्थी पुलिस लगभग सुलझा लेने के करीब है.एसटीएफ और पटना पुलिस की संयुक्त जांच में यह बड़ा खुलासा हुआ है कि हत्या की साजिश पश्चिम बंगाल की जेल में बंद कुख्यात अपराधी शेरू सिंह ने रची थी.चन्दन हत्याकांड में अबतक कुल 5 शूटरों की टोली में से 4 सुपारी किलर्स समेत काण्ड में सहयोग करने वाले कुल 9 आरोपियों को धर दबोचा गया है. साथ ही पुलिस ने इस हत्‍याकांड में इस्तेमाल दोनों बाइक को भी बरामद किया है.अबतक के पूछताछ  में सामने आया है कि चंदन मिश्रा को 28 गोलियां मारी गई थी और हर शूटर को 5-5 लाख रुपये देने की डील हुई थी. 


अबतक 4 शूटर समेत 9 गिरफ्तार 

चन्दन मिश्रा हत्याकांड में शामिल प्राथमिकी अभियुक्त तौसिफ राजा उर्फ बादशाह को उसके अन्य साथियों हर्ष, भीम और निशु खान के साथ कोलकाता के आनंदपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया जा चुका है. इसके बाद अभियुक्त बलवंत सिंह, अप्राथमिकी अभियुक्त रविरंजन व अभिषेक को एसटीएफ व भोजपुर पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था. इस मुठभेड़ में बलवंत कुमार सिंह व रविरंजन कुमार सिंह के पैर में गोली लगी थी, जिनका इलाज पीएमसीएच में चल रहा है. वही शनिवार को एक शूटर और हथियार सप्लायर समेत दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार दोनों में शामिल चौथे शूटर के तौर पर बक्सर निवासी विजयकांत पांडे उर्फ रुद्रा पांडे उर्फ धनु के रूप में हुई है, जबकि हथियार सप्लायर राजेश यादव है. यानि अबतक 5 शुटरों में 4 को धर दबोचा गया है. पांचवे की तलाश जारी है. मिली जानकारी के अनुसार राजेश यादव ने पूछताछ में बताया कि अपने दोस्त धन्नु और बलवंत  के साथ पारस अस्पताल में रेकी की थी. दोनों ने स्वीकार किया है कि शेरू सिंह के कहने पर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. यानि चन्दन हत्याकांड का मास्टर माइंड पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद शेरू सिंह चिन्हित हो रहा है. 

लाखों के बदले मिला धोखा

अब यह स्पष्ट हो चूका है की चन्दन मिश्र को मार गिराने खातिर शेरू सिंह ने पुरुलिया जेल में बैठकर साजिश रची और सभी शूटरों को न केवल लाखों रूपये देने का लालच दिया बल्कि बाकायदा हथियार से लेकर रेकी तक का इंतजाम करने खातिर इन अपराधियों को काम पर लगाया. काण्ड का cctv सामने आने के बाद जब पुलिस ने जब कड़ी से कड़ी जोड़ना शुरू किया तो इस वारदात में शूटरों का नेत्रित्व करने वाले तौसिफ सबसे पहले पहचाना गया फिर तो इस खुरेजी पर से परदा उठने लगा और हत्याकांड में शामिल बलवंत सिंह, रवि रंजन सिंह और अभिषेक कुमार को भोजपुर जिले में हुई मुठभेड़ के दौरान पकड़ा गया . मुठभेड़ में बलवंत सिंह और रवि रंजन के पैर में गोली लगी, जिनका इलाज पटना के पीएमसीएच में चल रहा है. अभिषेक कुमार को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया. तो फिर अपराध जगत में एक सवाल बहुत तेजी से जोर पकड़ने लगा की आखिर इतनी आसानी से शूटर लोकेट कैसे हुए और फिर तीनों गिरफ्तार कैसे हो गए? यही नहीं लगातार काण्ड में शामिल अपराधियों की गिरफ़्तारी से यह भी खुलासा हो रहा है की लाखों के बदले काण्ड को अंजाम देने वाले शुटरों को पैसे तो नहीं मिले पर पुलिस को इनके लोकेशन किसने और क्यों दिया? वही अब तक गिरफ्तार शूटर भी इस बात की ताकीद करते है चाहे तौसिफ हो या बलवंत जो इस काण्ड के प्रमुख कड़ी है की लाखों की डील थी पर बदले में कुछ नहीं मिला ......