B.Ed- D.El.Ed College: बिहार सहित देश के हजारों बीएड और डीएलएड कॉलेजों की मान्यता रद्द, इस कारण हुई कार्रवाई, यहां देखें लिस्ट
B.Ed- D.El.Ed College: बिहार सहित देश के कई बीएड और डीएलएड कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी गई है। कई बार नोटिस देने के बाद भी इन कॉलेजों ने जवाब नहीं दिया जिसके बाद कार्रवाई की गई...

B.Ed- D.El.Ed College: देश में अध्यापक शिक्षा की निगरानी करने वाली संस्था राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने बड़ा फैसला लेते हुए 2962 अध्यापक शिक्षा संस्थानों (टीईआई) की मान्यता रद्द कर दी है। इन संस्थानों ने वर्ष 2021-22 और 2022-23 के लिए जरूरी परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट (पीएआर) समय पर जमा नहीं की।
कारण बताओ नोटिस के बाद भी नहीं मिला जवाब
एनसीटीई के मुताबिक इन संस्थानों को मार्च और अप्रैल 2025 में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था लेकिन जवाब न देने पर मई 2025 में इनकी मान्यता समाप्त करने की अधिसूचना जारी कर दी गई। अब ये संस्थान अगले शैक्षणिक सत्र 2025-26 में नए छात्रों को दाखिला नहीं दे सकेंगे, हालांकि 2024-25 तक दाखिला लिए छात्र अपना कोर्स पूरा कर पाएंगे।
क्यों हुई कार्रवाई?
एनसीटीई ने सितंबर 2019 से पीएआर जमा करना अनिवार्य किया था ताकि संस्थानों द्वारा परिषद के मानकों और दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जा सके। पीएआर में फैकल्टी का डाटा, योग्यता रिकॉर्ड, वित्तीय विवरण, जियो-टैग तस्वीरें और दस्तावेज शामिल होते हैं। दो बार डेडलाइन बढ़ाकर अंतिम तारीख 30 दिसंबर 2024 तय की गई थी। फरवरी 2025 में पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति बनाई गई, जिसने नियमों का पालन न करने वाले संस्थानों की पहचान की। इसके बाद मार्च और अप्रैल में कारण बताओ नोटिस भेजे गए। जवाब न मिलने पर कार्रवाई की गई।
किस राज्य में कितनी मान्यताएं रद्द?
एनसीटीई के आंकड़ों के मुताबिक उत्तरी क्षेत्र में सबसे अधिक 1,225 संस्थानों की मान्यता रद्द हुई, जो कुल का 41.36% है। इसके बाद दक्षिणी क्षेत्र में 960 (32.41%), पश्चिमी क्षेत्र में 748 (25.25%) और पूर्वी क्षेत्र में 29 (0.98%) संस्थानों की मान्यता रद्द हुई।
उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा प्रभावित
अकेले यूपी में 1,059 कॉलेजों की मान्यता रद्द की गई जो उत्तर क्षेत्र के कुल प्रभावित कॉलेजों का 86% और देशभर के कुल का 37% है। इनमें 380 डीएलएड, 178 बीएड, 22 बीपीएड, 22 एमएड कॉलेज शामिल हैं। यूपी में जल्द बीएड की काउंसिलिंग प्रस्तावित है, ऐसे में मामला अदालत तक भी जा सकता है।
अन्य राज्यों की स्थिति
दक्षिण में तमिलनाडु (361) और कर्नाटक (224) सबसे आगे हैं। पश्चिम में महाराष्ट्र (571), गुजरात और राजस्थान (63-63) प्रमुख हैं। पूर्व में पश्चिम बंगाल में 18 संस्थानों की मान्यता रद्द की गई। इन संस्थानों में पहले से दाखिला लिए छात्र 2024-25 तक अपना कोर्स पूरा कर सकते हैं। लेकिन अब ये कॉलेज 2025-26 के लिए नए दाखिले नहीं ले सकेंगे।
कैसे देखें अपने राज्य की लिस्ट
छात्र और संस्थान अपने राज्य के मान्यता रद्द संस्थानों की सूची एनसीटीई की वेबसाइट पर देख सकते हैं।
स्टेप-1: www.ncte.gov.in पर जाएं।
स्टेप-2: “Institution” सेक्शन में जाकर “De-recognized” लिंक पर क्लिक करें।
स्टेप-3: अपने क्षेत्र के लिंक (Northern, Western, Eastern, Southern) पर क्लिक करें।
स्टेप-4: अपने राज्य का नाम चुनें और देखें किन संस्थानों की मान्यता रद्द हुई है।