Bihar Politics: BJP को लगा बड़ा झटका, इस बड़ी पार्टी का राजद में हुआ विलय, भाजपा के कई नेताओं ने थामा तेजस्वी का हाथ

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुुनाव से पहेल बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। चुनाव से पहले बड़ी पार्टी का राजद में विलय हो गया है। साथ ही कई भाजपा नेताओं ने बीजेपी का साथ छोड़ तेजस्वी यादव का दामन थाम लिया है।

तेजस्वी यादव सम्राट चौधरी
राजद में शामिल हुए कई बीजेपी नेता- फोटो : social media

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से बिहार बीजेपी को बड़ा झटका झटका लगा है। बीजेपी के दर्जनों कार्यकर्ता राजद में शामिल हो गए हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सामने सभी कार्यकर्ताओं ने राजद का दामन थामा है। यही नहीं प्रदेश की एक बड़ी पार्टी का भी विलय राजद पार्टी में हुआ है। ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी और एनडीए को इससे चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। एक और जहां पार्टी की एकजुटता के लिए सभी नेता मिलकर काम कर रहे हैं वहीं पार्टी के नेताओं का ऐसे पार्टी छोड़ के जाना एनडीए के लिए मुश्किल खड़ा कर सकता है। 

भाजपा के कई नेताओं ने तेजस्वी का थामा हाथ  

दरअसल, राजनीतिक गलियारों में मंगलवार को बड़ा फेरबदल देखने को मिला जब बड़ी संख्या में भाजपा और अन्य दलों से जुड़े नेता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हो गए। ये सभी नेता विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की मौजूदगी में राजद का दामन थामते नजर आए। शामिल होने वालों में प्रमुख नाम रंजना साहू, नरेन्द्र साहू और अरुण गुप्ता है। इनके साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी की सदस्यता ली।

इस पार्टी का राजद में हुआ विलय

राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि राष्ट्रीय प्रगति पार्टी के अमरकांत साहू ने अपने समर्थकों सहित अपनी पार्टी का विलय राजद में कर दिया है। सभी नवशामिल नेताओं को पार्टी प्रतीक चिन्ह, सदस्यता रसीद और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की जीवनी ‘गोपालगंज टू रायसीना’ पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने व्यवसायी समुदाय से अपील करते हुए कहा कि 'आप सरकार बनाने में सहयोग करें, हम भयमुक्त वातावरण देंगे और नया बिहार बनाएंगे।' तेजस्वी राजद कार्यालय में आयोजित दानवीर भामाशाह जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम राजद के व्यावसायिक प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित किया गया था।

तेजस्वी का दावा- 5 साल में करेंगे ये काम 

तेजस्वी ने कहा कि 17 महीने की महागठबंधन सरकार के दौरान बिहार में व्यापार और निवेश को प्रोत्साहन मिला। उन्होंने दावा किया कि उस कार्यकाल में 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ और पांच लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरियां मिलीं। उन्होंने डबल इंजन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि साढ़े तीन लाख खाली पद छोड़ गए थे, जिन्हें अब तक भरा नहीं गया है। उन्होंने पर्यटन को लेकर पूर्ववर्ती सरकार की नीति का भी उल्लेख किया और कहा कि महागठबंधन ने टूरिज्म पॉलिसी बनाई थी। जिससे व्यापार को गति मिलती लेकिन अब वह सब ठप पड़ा है। उन्होंने विश्वास जताया कि यदि जनता उन्हें पांच साल का मौका दे, तो वे बिहार में बदलाव की तस्वीर पेश करेंगे।