Patna crime: पटना में चोरी के शक में इंसाफ की जगह इंसाफ की सज़ा, अल्पना मार्केट में लोगों की अदालत ने ले ली एक जान, मामला दर्ज
Patna crime: पाटलिपुत्र थाने के अल्पना मार्केट में ऐसा मंजर देखने को मिला जिसने पूरे शहर को सन्न कर दिया।

Patna crime: पाटलिपुत्र थाने के अल्पना मार्केट में रविवार तड़के ऐसा मंजर देखने को मिला जिसने पूरे शहर को सन्न कर दिया। एक नामालूम नौजवान, महज़ चोरी के शक में ऐसी बेरहम लानत का शिकार हुआ कि सुबह तक उसकी सांसे थम गईं।
रविवार की सुबह तीन बजे के करीब, एक 25 बरस का युवक अल्पना मार्केट स्थित एक निजी अस्पताल के निर्माणाधीन भवन में दाख़िल हुआ। लोगों को शक हुआ कि बंदा चोरी करने आया है। बस फिर क्या था शक ने जुनून का रूप ले लिया, और इंसानियत धुएं में उड़ गई।
अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड और कुछ कर्मचारियों ने उस युवक को पकड़ लिया। लात, घूंसे, और प्लास्टिक की पाइप से उसकी ऐसी बेतहाशा पिटाई की गई जैसे किसी ने अपने ज़ख़्मों का बदला ले लिया हो। चीखें उठीं, लेकिन रहम नहीं आया। आधे घंटे के अंदर वो नौजवान अचेत होकर ज़मीन पर गिर पड़ा।
सुबह पांच बजे जब मोहल्ले वालों ने उसे बेसुध देखा, तो डायल-112 को खबर दी गई। पुलिस पहुंची, उसे पीएमसीएच ले गई, मगर डॉक्टरों ने सिर्फ़ मौत की तस्दीक की।
डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर-2 मोह. महिबुल्लाह अंसारी ने बताया कि “तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पूरी तफ्तीश चल रही है।” सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि युवक इमारत में दाख़िल हो रहा है। मगर सवाल ये है क्या शक की सज़ा मौत होती है?
पुलिस ने अस्पताल के पांच कर्मचारियों प्रसन्न कुमार उर्फ़ सोनू, सिक्योरिटी गार्ड कन्हैया यादव, उमेश प्रसाद, चालक संतोष प्रसाद और रामनिवास सिंह — को गिरफ्तार कर लिया है। इन पर ग़ैर इरादतन हत्या (सेक्शन 304) का मुकदमा दर्ज किया गया है।
मृतक की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। लाश पीएमसीएच मोर्चरी में रखी गई है, ताकि कोई पहचान सके।इस हादसे ने फिर वही सवाल खड़ा कर दिया है कानून को हाथ में लेने वालों से कौन बचाएगा?पाटलिपुत्र की ये वारदात बताती है कि जब शक दिमाग़ पर सवार हो जाए, तो इंसानियत सबसे पहले दम तोड़ देती है।