Bihar Politics: चुनाव से पहले ही कांग्रेस ने राजद को हरा दिया, राहुल गांधी के बिहार दौरे ने दिखाया रंग

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस ने तेजस्वी यादव की पार्टी राजद को पटखनी दे दी है। कांग्रेस सांसद का बिहार दौरा अब रंग दिखाने लगा है। कहीं ना कहीं अब तेजस्वी की टेंशन बढ़ सकती है...

राहुल गांधी, तेजस्वी यादव
कांग्रेस ने राजद को दी मात - फोटो : social media

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सियासी हलचल तेज है। सभी पार्टी चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है। एक ओर जहां एनडीए के सभी दल एकजुट हो कर चुनावी तलवार को धार देने में लगे हैं तो वहीं दूसरी ओर महागठबंधन की ओर से भी पूरी ताकत झोंकी दी है। वहीं राजद से अलग इस बार कांग्रेस चुनाव को लेकर एक्शन मोड में दिख रही है। चुनावी तैयारी में कांग्रेस राजद से आगे चल रही है। राजद अभी सदस्यता अभियान ही चला रहा है तो वहीं कांग्रेस ने इलेक्शन वाररुम का अध्यक्ष भी बना लिया है। वहीं राहुल गांधी भी लगातार बिहार में दौरा कर रहे हैं। अभी 15 मई को ही राहुल बिहार दौरे पर आए थे वहीं अब एक बार फिर 27 मई को राहुल बिहार आने वाले हैं। कांग्रेस और राहुल गांधी की बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर यह सक्रियता कहीं ना कहीं राजद और तेजस्वी यादव को टेंशन दे सकती है। 

एक्शन में राहुल गांधी 

राहुल गांधी कहीं ना कहीं कांग्रेस को यह संदेश देना चाह रहे हैं कि उनकी पार्टी  इस बार चुनाव में राजद से पीछे नहीं है, बल्कि राजद के कदम से कदम मिलाकर चलने वाली है। विधानसभा चुनाव होने में अभी 5 महीने बाकी है  लेकिन कांग्रेस ने अभी ही कांग्रेस ने चुनावी कैंपेन के सही संचालन के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में वाररुम के अध्यक्ष की नियुक्ति कर ली है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कुमार गौरव को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए वार रुम का अध्यक्ष नियुक्ति किया है। पार्टी ने इसके लिए अधिसूचना भी जारी कर दी है। 

27 मई को फिर आ रहे हैं राहुल 

वहीं  दूसरी ओर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राहुल गांधी 27 मई को एक बार फिर बिहार का दौरा कर सकते हैं। इस बार वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में आयोजित 'अत्यंत पिछड़ा वर्ग सम्मेलन' को संबोधित करेंगे। यह सम्मेलन सामाजिक न्याय और वंचित वर्गों की राजनीति को केंद्र में रखकर आयोजित किया जा रहा है। पिछले 5 महीनों में राहुल गांधी का यह पांचवां बिहार दौरा होगा और इस महीने में राहुल गांधी का दूसरा दौरा होगा। इससे पहले राहुल 18 जनवरी, 4 फरवरी, 7 अप्रैल  और 15 मई को दरभंगा और पटना का दौरा कर चुके हैं।

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एससी-एसटी, पिछड़ा-अतिपिछड़ा को बनाया हथियार 

बता दें  कि, राहुल गांधी लगातार अपने भाषणों में एससी-एसटी, पिछड़े और अतिपिछड़े वर्गों के मुद्दों को उठाते रहे हैं। वह 90% वंचितों की सत्ता में हिस्सेदारी की बात कर रहे हैं और आरक्षण की सीमा तोड़ने की भी वकालत कर चुके हैं। उनका यह रुख कांग्रेस को पारंपरिक उच्चवर्गीय पार्टी की छवि से बाहर निकालकर सामाजिक न्याय के पक्षधर दल के रूप में पेश करने का प्रयास माना जा रहा है।

राजद से आगे कांग्रेस 

जहां एक ओर कांग्रेस अपने स्तर पर पूरी सक्रियता दिखा रही है, वहीं INDIA गठबंधन में ज्वाइंट मीटिंग्स और संयुक्त कार्यक्रमों का अभाव साफ नजर आ रहा है। तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के कार्यक्रम अलग-अलग हो रहे हैं। भाकपा-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने भी अब तक किसी साझा मंच में भाग नहीं लिया है। राजद में इस समय संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है, जिससे वह चुनावी मोड में अभी पूरी तरह नहीं दिख रहा।

तेजस्वी के सीएम फेस पर अब तक फैसला नहीं... 

राजद में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया की बात करें तो 29 मई तक प्राथमिक इकाइयों का चुनाव, 31 मई  से 11 जून से  जिला इकाइयों और राज्य परिषद के चुनाव, 21 जून को प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव, 5 जुलाई को राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। राजद अभी पूरी तरह से चुनावी मोड में नहीं आई है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस चुनाव के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस चुनावी तैयारी को धार देकर कहीं ना कहीं राजद पर प्रेसर पॉलिटिक्स कर रही है। महागठबंधन में ना तो अभी सीट बंटवारे को लेकर बात बनी है और ना ही तेजस्वी यादव के सीएम फेस होने पर कांग्रेस की ओर से कोई आधिकारिक बयान दिया गया है। राजद जहां तेजस्वी यादव को सीएम उम्मीदवार घोषित कर चुकी है तो वहीं कांग्रेस ने अब तक तेजस्वी के सीएम फेस होने की बात को स्वीकारा नहीं है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि चुनाव के बाद तय होगा कि सीएम फेस कौन होगा।